Delhi News: रेड कॉर्नर नोटिस से थाईलैंड में स्क्रैप माफिया रवि नागर और उसकी सहयोगी काजल झा का पकड़ा जाना संगठित और संरक्षित अपराध पर कमिश्नरेट पुलिस का बड़ा प्रहार है। रवि का करोड़ों का स्क्रैप करोबार वर्दी की ‘छांव’ में ही पनपा था। कभी पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में नेता की तरह घूमने वाले इस माफिया का अब जेल जाने का काउंटडाउन शुरू हो गया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अब प्रक्रिया के तहत उसे थाईलैंड से डिपोर्ट किया जाएगा। इसके बाद दिल्ली में सरकार उसे कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर पुलिस को सौंपेगी। कारण वह यहीं से वांटेड है और 25 हजार रुपये का इनामी है। इसके बाद पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी और रिमांड पर भी लेगी। इसके बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा। वहीं दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि रवि काना थाईलैंड में भारत न आने के लिए कानूनी दांव चलना शुरू कर दिया है। लेकिन यह कारगर साबित नहीं होने वाला है।
कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों की तरफ से रवि काना व उसकी सहयोगी के पकड़े जाने को लेकर कुछ भी बोलने से इनकार किया जा रहा है। दूसरी तरफ सूत्रों की माने तो आगे की तैयारी शुरू हो गई है। रवि नागर और उसके गुर्गों की उल्टी गिनती 2023 के आखिरी दिनों में एक गैंगरेप केस दर्ज होने के बाद शुरू हुई। यह केस सेक्टर-38 ए स्थित मॉल की पार्किंग का बताया गया। इसके बाद रवि भाग निकला था। इसके बाद गैंगस्टर एक्ट लगा और इसका गैंग सामने आया। 14 गुर्गे इस गैंग के गिरफ्तार हो चुके हैं। करीब 150 करोड़ रुपये की संपत्ति जो रवि ने स्क्रैप कारोबार से बनाई थी वह भी पुलिस सीज कर जांच के दायरे में ला चुकी है।
पुलिस के पास थी मूवमेंट की जानकारी
रवि नागर भले ही कमिश्नरेट पुलिस से बचने के लिए विदेश भाग गया था। लेकिन सूत्रों की माने तो थाईलैंड में भी उसके मूवमेंट की जानकारी पुलिस को थी। पुलिस ने कानूनी रूप से उसकी गिरफ्तारी का इंतजार किया। अब जब वह थाईलैंड में पकड़ा गया तब उसे यहां आने पर गिरफ्तार किया जाएगा। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रेड कॉर्नर का मतलब गिरफ्तारी नहीं होती है। गिरफ्तार गौतमबुद्ध नगर पुलिस ही करेगी। जब वह थाईलैंड में रोका गया तब वहां से दुबई जाने की तैयारी में था।
गैंगरेप केस में चार्जशीट दाखिल, 20 से ज्यादा गवाह
स्क्रैप माफिया रवि नागर समेत 5 के खिलाफ गैंगरेप का केस सेक्टर-39 थाने में दर्ज हुआ था। इसमें रवि नागर और मेहमी नाम का आरोपी अभी नहीं पकड़ा गया। तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस इस केस में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। चार्जशीट में पुलिस ने 20 से ज्यादा गवाह बनाए हैं। इस केस में भी पुलिस गिरफ्तारी करेगी।
रवि ‘डिकोड’ करेगा डायरी
चर्चा है कि एक डायरी भी पुलिस को कार्रवाई के दौरान रवि के ठिकाने से मिली थी। इसमें कई कोडवर्ड में लेनदेन लिखा हुआ मिला है। कुछ नाम भी स्पष्ट हैं। अब तक चुनौती बने इन कोडवर्ड को पुलिस रवि के आने पर डिकोड करवाएगी।