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गुरूवार, 21 सितम्बर,2023

भरमाणी माता के कुंड में डाइव लगाने से युवक के सिर पर आई गंभीर चोट, इलाज के दौरान हुई मौत

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Chamba News: मणिमहेश यात्रा के दौरान भरमाणी माता के कुंड में डाइव लगाकर स्नान करने वाले युवक को जान गंवानी पड़ी। युवक ने पानी की गहराई मापे बिना कुंड में छलांग लगा दी। इससे उसका सिर जोर से कुंड के फर्श से टकराया।

इसकी वजह से उसकी गर्दन और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगी। इस चोट के चलते वह बेसुध हो गया। श्रद्धालुओं ने कुंड से उसे निकाला। उसे भरमौर अस्पताल लाया गया। यहां से उसे मेडिकल कॉलेज चंबा भेज दिया गया। मेडिकल कॉलेज में सीटी स्कैन नहीं होने के कारण उसे रेफर कर दिया। परिजन उसे चंडीगढ़ ले गए।

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यहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने इस मामले को लेकर पुलिस में हालांकि कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। लेकिन इस घटना में कहीं न कहीं स्थानीय प्रशासन की भी लापरवाही नजर आ रही है। यदि कुंड में पानी की गहराई के बारे में लिखा होता। या कुंड में डाइव नहीं लगाने की चेतावनी अंकित की गई होती। तो शायद उस युवक की जान बच जाती। मरने वाला युवक शाहपुर का रहने वाला था। वह 6 सितंबर को परिजनों के साथ मणिमहेश यात्रा पर आया था। 14 सितंबर को उपचार के दौरान चंडीगढ़ में उसने दम तोड़ दिया।

बारिश में कम नहीं हुआ मणिमहेश यात्रा का उत्साह

उधर, बारिश से भले ही मणिमहेश और भरमौर में ठंड बढ़ गई हो। इसके बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ है। बारिश के दौरान भी श्रद्धालुओं का मणिमहेश की तरफ जाने का सिलसिला जारी है। सोमवार को चंबा से सैकड़ों श्रद्धालु मणिमहेश के लिए रवाना हुए। बारिश तापमान में काफी गिरावट आई है। मणिमहेश में ठंड बढ़ गई है। श्रद्धालु भगवान शंकर के जयकारे लगाते हुए भरमौर से हड़सर और हड़सर से मणिमहेश के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। राधाष्टमी का स्नान नजदीक आते ही श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होना शुरू हो गया है। रोजाना जम्मू से सैकड़ों श्रद्धालु चंबा आ रहे हैं। यहां से वे भरमौर प्रस्थान कर रहे हैं। बारिश में नंगे पांव श्रद्धालु भगवान शंकर के जयकारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। हाथों में देवी देवताओं के चिन्ह उठाकर शिव भक्त अपने अगले पड़ावों की तरफ बढ़ रहे हैं।

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चरपट नाथ छड़ी मणिमहेश रवाना

चरपट नाथ छड़ी सोमवार को मणिमहेश यात्रा के लिए रवाना हुई। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। छड़ी का पहला पड़ाव जुलाहकड़ी में होगा। मंगलवार को छड़ी जुलाहकड़ी से भरमौर के लिए रवाना होगी। शनिवार को डलझील में राधाष्टमी का शाही स्नान होगा। इसके बाद छड़ी यात्रा में शामिल श्रद्धालु वापस आएंगे। हर साल मणिमहेश यात्रा के दौरान छड़ी डलझील के लिए रवाना होती है।

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