Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में सहकारिता शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने राज्य सहकारी महाविद्यालय स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। यह महाविद्यालय सहकारिता क्षेत्र में अध्ययन, अध्यापन और शोध को प्रोत्साहित करेगा।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। इस बैठक में केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री ने इस पहल की सराहना की और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
अन्न भंडारण योजना को गति
मुख्यमंत्री ने 35 जिलों में अन्न भंडारण योजना पर विशेष ध्यान देने को कहा। एफसीआई ने इन जिलों में 96 स्थलों की पहचान की है। योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि नवंबर 2025 तक वित्तीय प्रक्रिया पूरी कर जनवरी 2026 से निर्माण शुरू हो।
सहकारिता सदस्यता अभियान
मुख्यमंत्री ने ‘सहकार से समृद्धि’ अभियान को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 12 सितंबर से 12 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान से हर किसान और ग्रामीण परिवार को जोड़ना है। पिछले अभियान में 30 लाख नए सदस्य जुड़े थे।
सहकारी बैंकिंग सुधार
बैठक में सहकारी बैंकिंग सुधारों की भी समीक्षा हुई। सरकार ने 16 बंद जिला सहकारी बैंकों को 306 करोड़ रुपये की सहायता से पुनर्जीवित किया है। इन बैंकों का एनपीए 800 करोड़ से घटकर 278 करोड़ रह गया है। सभी बैंक अब लाभ में हैं।
एम-पैक्स का विस्तार
एम-पैक्स के गठन और कार्यप्रणाली पर भी चर्चा हुई। चालू वित्तीय वर्ष में 457 नए एम-पैक्स गठित हुए हैं। इन्हें उर्वरक वितरण के लिए 10 लाख तक ब्याज-मुक्त ऋण सीमा दी गई है। इससे 5,400 करोड़ रुपये का टर्नओवर हासिल हुआ है।
डिजिटल भुगतान को बढ़ावा
डिजिटल भुगतान व्यवस्था के तहत 6,101 सोसाइटी में क्यूआर/यूपीआई आधारित प्रणाली लागू की गई है। 5,170 एम-पैक्स में सीएससी सेवाएं चल रही हैं। 6,443 एम-पैक्स को पीएम किसान समृद्धि केंद्र और 161 में जन औषधि केंद्र संचालित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जन औषधि केंद्र अस्पतालों के निकट स्थापित किए जाएं। सहकारिता को युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों का द्वार बनाया जाए। बैठक में कई कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
