World News: अल्ट्रा वेल्थ रिपोर्ट 2025 के अनुसार दुनिया भर में अमीरों की आबादी तेजी से बढ़ रही है। जून 2025 तक 3 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक संपत्ति वाले लोगों की संख्या 5,10,810 हो गई है। इनकी कुल संपत्ति में 6.7% की वृद्धि दर्ज की गई है। यह संपत्ति अब 59.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर पर पहुंच चुकी है।
न्यूयॉर्क शहर दुनिया के सबसे अमीर शहरों की सूची में शीर्ष स्थान पर काबिज है। यहां 21,380 अल्ट्रा हाई नेट वर्थ व्यक्ति निवास करते हैं। हांगकांग 17,215 उच्च संपत्ति वाले लोगों के साथ दूसरे स्थान पर है। टोक्यो का स्थान तीसरा है जहां 6,940 अमीर लोग रहते हैं। अमेरिका के शहरों ने इस सूची में अपना दबदबा बनाए रखा है।
भारत की स्थिति और विकास दर
वैश्विक स्तर पर भारत दसवें स्थान पर है जहां 11,865 अल्ट्रा अमीर लोग निवास करते हैं। देश के चार प्रमुख शहरों में तेजी से धनवान लोगों की संख्या बढ़ रही है। बेंगलुरु इस मामले में सबसे आगे है जहां 2025 में 590 अति धनवान व्यक्ति रहते हैं। 2030 तक यह संख्या बढ़कर 1,076 होने का अनुमान है।
हैदराबाद में 449 अमीर लोगों की वर्तमान संख्या 2030 तक 817 तक पहुंच सकती है। दिल्ली में 1,047 से बढ़कर यह आंकड़ा 1,806 हो जाएगा। मुंबई में 769 अमीर लोगों की संख्या बढ़कर 1,288 तक पहुंचने की उम्मीद है। यह वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत होने का संकेत देती है।
वैश्विक धन वितरण का स्वरूप
दुनिया भर में उच्च नेट वर्थ वाले Individuals की कुल संख्या 4.13 करोड़ के आसपास पहुंच गई है। इनकी संपत्ति अमेरिका की वार्षिक जीडीपी से भी दोगुनी हो चुकी है। संपत्ति के मामले में अमेरिका अभी भी वैश्विक नेतृत्व कायम रखे हुए है। यह रुझान आर्थिक विकास के नए अवसरों को दर्शाता है।
लॉस एंजेलिस 11,680 अमीर निवासियों के साथ तीसरे स्थान पर मौजूद है। सैन फ्रांसिस्को की स्थिति 8,270 अमीर लोगों के साथ चौथे नंबर पर है। शिकागो 7,530 धनवान व्यक्तियों के साथ पांचवें पायदान पर काबिज हुआ है। यह शहर अमेरिकी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण केंद्र माना जाता है।
भारतीय शहरों की संभावनाएं
बेंगलुरु को भारत की नई वेल्थ सिटी के रूप में पहचान मिल रही है। यहां 12.8% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर दर्ज की जा रही है। हैदराबाद 12.7% की वृद्धि दर के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। दिल्ली में 11.5% और मुंबई में 10.9% की वार्षिक वृद्धि दर देखी जा रही है। यह रुझान भारत के आर्थिक परिदृश्य में बदलाव का संकेत देता है।
लंदन 6,660 अमीर निवासियों के साथ सातवें स्थान पर मौजूद है। डलास 6,530 लोगों के साथ आठवें नंबर पर काबिज हुआ है। वाशिंगटन डीसी 6,460 और ह्यूस्टन 5,900 अमीर लोगों के साथ क्रमशः नौवें और दसवें स्थान पर हैं। यह वितरण वैश्विक अर्थव्यवस्था के वर्तमान स्वरूप को दर्शाता है।
