New Delhi News: पाकिस्तान ने दिल्ली में हो रही विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिक का बहिष्कार कर दिया है। यह चैंपियनशिप 26 सितंबर से जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में शुरू हुई है। पाकिस्तान की राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति ने सरकार की सलाह पर यह फैसला लिया है। उन्होंने सुरक्षा कारणों और राजनीतिक संबंधों को इसकी वजह बताया है।
पाकिस्तान के एथलीट हैदर अली इस चैंपियनशिप में भाग लेने वाले थे। हैदर अली ने टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। समिति के महासचिव इमरान जमील शमी ने कहा कि एथलीटों की सुरक्षा प्रमुख चिंता का विषय है। उन्होंने एशिया कप के दौरान के माहौल का भी हवाला दिया।
बहिष्कार के कारण
इमरान जमील शमी ने बताया कि सरकार ने राजनीतिक रिश्तों को देखते हुए सलाह दी। उन्होंने कहा कि एथलीट और कोचिंग स्टाफ भारत जाने को लेकर सहज नहीं थे। पाकिस्तानी टीम पहले एफ37 इवेंट में भाग लेने वाली थी। लेकिन अंतिम समय में उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया।
चैंपियनशिप 5 अक्टूबर तक चलेगी। यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति के तत्वावधान में हो रहा है। दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। भारत ने सभी देशों के एथलीटों के लिए अच्छी व्यवस्था की है।
हैदर अली का रिकॉर्ड
हैदर अली पाकिस्तान के शीर्ष पैरा एथलीट हैं। उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में शॉट पुट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। पेरिस पैरालंपिक में उन्होंने डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक हासिल किया। उनके न होने से चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा कुछ कमजोर हुई है।
अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कई देश हिस्सा ले रहे हैं। यह आयोजन पैरा एथलीटों के लिए अगले पैरालंपिक की तैयारी का महत्वपूर्ण मंच है। भारत ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया गया है।
