New Delhi News: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा अब World News की सबसे बड़ी सुर्खियों में से एक है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इस मुद्दे पर बेहद आक्रामक रुख अपनाया है। वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने हिंदुओं की हत्या और ईशनिंदा के आरोपों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने साफ कहा कि यह किसी देश का आंतरिक मामला नहीं है। यह सीधे तौर पर मानवाधिकारों और आस्था पर हमला है। वीएचपी ने अब देशभर में बड़े आंदोलन की चेतावनी दे दी है।
युवक को पत्थर मारकर जलाया
आलोक कुमार ने मीडिया के सामने एक दिल दहला देने वाली घटना का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में ‘दीपू’ नाम के एक युवक की हत्या कर दी गई। उस पर ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाया गया था। भीड़ ने उसे पत्थरों से मारा और फिर उसके शव को बीच सड़क पर जला दिया। World News में ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार कर रही हैं। जांच में पता चला कि दीपू के खिलाफ कोई सबूत नहीं था।
‘सभी धर्म समान’ कहना बना अपराध
वीएचपी अध्यक्ष ने बताया कि दीपू का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने सभी धर्मों को समान बताया था। उसने कहा था कि सभी रास्ते एक ही ईश्वर की ओर जाते हैं। बांग्लादेश में इसे इस्लाम का अपमान मान लिया गया। आलोक कुमार ने पूछा कि क्या धर्मों को समान मानना गुनाह है? अगर ऐसा है, तो भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देशों का क्या होगा? यह कट्टरपंथी सोच अन्य धर्मों के अस्तित्व के लिए खतरा है।
मोहम्मद यूनुस के बयान पर बवाल
वीएचपी ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस को भी कटघरे में खड़ा किया है। यूनुस हाल ही में ‘हादी’ नाम के एक शख्स के जनाजे में शामिल हुए थे। हादी की इच्छा भारत के पूर्वोत्तर राज्यों, बंगाल और बिहार को बांग्लादेश में मिलाने की थी। यूनुस ने भाषण में कहा कि वे हादी के रास्ते पर चलेंगे। वीएचपी ने इसे भारत की अखंडता के लिए सीधी चुनौती बताया है।
हर जिले में होगा जोरदार प्रदर्शन
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए वीएचपी ने चुप न बैठने का फैसला किया है। संगठन ने ऐलान किया है कि अगले दो दिनों में भारत के सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे। आलोक कुमार ने कहा कि दुनिया भर के हिंदुओं को अब एकजुट होना होगा। भारत अपनी सुरक्षा करना जानता है। जो लोग भारत पर बुरी नजर डालेंगे, उन्हें मुंह की खानी पड़ेगी। World News में भारत की यह प्रतिक्रिया अब चर्चा का विषय बन गई है।
