Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार की विधवा पुनर्विवाह योजना ने कई महिलाओं की जिंदगी बदल दी है। इस योजना के तहत पुनर्विवाह करने वाली विधवा महिलाओं को दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में इस योजना ने कई परिवारों के जीवन में खुशहाली लाई है।
मंडी जिले की सात पात्र महिलाओं को सितंबर 2025 तक इस योजना का लाभ मिल चुका है। यह सहायता राशि महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा और सामाजिक पुनर्स्थापना के उद्देश्य से प्रदान की जाती है। केवल बोनाफाइड हिमाचली दंपत्ति ही इस योजना के पात्र हैं।
लाभार्थियों ने साझा की सफलता की कहानी
बल्ह उपमंडल के गांव ढाबन की होमावती इस योजना की लाभार्थी हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना ने उन्हें जीवन में नई शुरुआत करने का अवसर दिया। बचपन में पिता का निधन होने के बाद उनकी मां ने मेहनत कर उन्हें शिक्षित किया था।
होमावती ने स्नातक की पढ़ाई के बाद कंप्यूटर, कटिंग-टेलरिंग और ब्यूटीशियन कोर्स किए। उन्होंने ब्यूटी पार्लर का व्यवसाय शुरू किया। पहले पति के निधन के बाद जब उन्होंने पुनर्विवाह का निर्णय लिया तो उन्हें इस योजना की जानकारी मिली।
आर्थिक सहायता ने बढ़ाया आत्मविश्वास
होमावती को योजना के तहत दो लाख रुपए की सहायता राशि मिली। इसमें से 1.20 लाख रुपए पांच वर्ष के लिए एफडी के रूप में जमा किए गए। 80 हजार रुपए नकद प्राप्त हुए। इस राशि से उन्होंने अपने ब्यूटी पार्लर के लिए आवश्यक सामग्री खरीदी।
आज होमावती पूरी तरह आत्मनिर्भर जीवन जी रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विधवा पुनर्विवाह योजना जैसी पहल उन जैसी महिलाओं के लिए वरदान सिद्ध हो रही है। इस योजना का लाभ लेकर कई पात्र महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।
तीन बेटियों की परवरिश में मिली मदद
गांव सकरोहा की रहने वाली नीलम कुमारी ने भी इस योजना का लाभ उठाया। पहले पति के निधन के बाद पुनर्विवाह करने पर उन्हें दो लाख रुपए की राशि मिली। इस सहायता से वे अपनी तीन बेटियों की पढ़ाई और जीवन-यापन में योगदान कर पा रही हैं।
नीलम कुमारी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल जरूरतमंद महिलाओं को आर्थिक सहायता दे रही है। यह उनके आत्मविश्वास और समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने में भी मददगार साबित हो रही है।
हिमाचल प्रदेश सरकार महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर कदम उठा रही है। विधवा पुनर्विवाह योजना इसी दिशा में एक प्रभावी पहल साबित हो रही है। यह योजना समाज में सकारात्मक परिवर्तन की मिसाल बनती जा रही है।
