Bengaluru News: दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी का नेट प्रॉफिट 3330 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के 3003 करोड़ रुपये से 11% अधिक है। निवेशकों में उत्साह दिखा, क्योंकि शेयर की कीमत बीएसई पर 4% से अधिक उछलकर 271.80 रुपये तक पहुंची।
रेवन्यू में मामूली वृद्धि
विप्रो का ऑपरेशन्स से रेवन्यू 22,134 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के 21,963 करोड़ रुपये से 0.7% अधिक है। हालांकि, तिमाही-दर-तिमाही आधार पर नेट प्रॉफिट में 7% की कमी आई, जो Q4 FY25 में 3570 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने बताया कि मैक्रोइकनॉमिक अनिश्चितताओं के बीच क्लाइंट्स ने लागत अनुकूलन पर ध्यान दिया।
डिविडेंड की घोषणा
विप्रो ने वित्त वर्ष 2026 के लिए 5 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 28 जुलाई 2025 तय की गई है। योग्य निवेशकों को यह भुगतान 15 अगस्त 2025 तक मिलेगा। कंपनी ने हाल ही में 16 बड़े सौदे हासिल किए, जिसमें दो मेगा डील्स शामिल हैं। अधिक जानकारी के लिए विप्रो की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
शेयरों का प्रदर्शन और टारगेट प्राइस
पिछले तीन महीनों में विप्रो के शेयरों में 12% से अधिक की तेजी देखी गई। हालांकि, 2025 में अब तक यह स्टॉक 11% गिरा है। ट्रेंडलाइन के अनुसार, विप्रो का औसत टारगेट प्राइस 256 रुपये है। 42 विशेषज्ञों ने शेयर को होल्ड करने की सलाह दी है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी की मजबूत डील पाइपलाइन भविष्य में ग्रोथ को सपोर्ट कर सकती है। और जानकारी के लिए बिजनेस स्टैंडर्ड पर पढ़ें।
भविष्य की रणनीति
विप्रो के सीईओ श्रीनिवास पालिया ने कहा कि कंपनी ने क्लाइंट्स के साथ मिलकर लागत अनुकूलन पर काम किया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब क्लाइंट स्ट्रैटेजी का अहम हिस्सा बन चुका है। कंपनी ने अगली तिमाही के लिए IT सर्विसेज रेवन्यू में 1% की कमी से 1% वृद्धि का अनुमान जताया है।
