Health News: सर्दियों का मौसम अपने साथ त्वचा संबंधी कई समस्याएं लेकर आता है। इस मौसम में हवा में नमी की कमी हो जाती है और ठंडी हवाएं त्वचा की प्राकृतिक नमी को छीन लेती हैं। परिणामस्वरूप त्वचा रूखी, बेजान और तनाव महसूस करने लगती है। विशेषज्ञों के अनुसार इस मौसम में त्वचा की देखभाल के तरीके में बदलाव करना आवश्यक होता है।
मॉइस्चराइजर का चुनाव है महत्वपूर्ण
सर्दियोंमें हल्के मॉइस्चराइजर की जगह गाढ़े और तेल आधारित उत्पादों का उपयोग करना चाहिए। शिया बटर, कोकोआ बटर या सिरामाइड्स युक्त मॉइस्चराइजर त्वचा को लंबे समय तक हाइड्रेटेड रखते हैं। चेहरा धोने के तुरंत बाद मॉइस्चराइजर लगाना सबसे अधिक प्रभावी होता है जब त्वचा थोड़ी नम होती है।
सफाई में बरतें सावधानी
त्वचाकी सफाई के लिए कठोर क्लींजर के बजाय कोमल विकल्प चुनने चाहिए। क्रीम आधारित या तेल आधारित क्लींजर त्वचा की प्राकृतिक नमी को बनाए रखते हुए गहरी सफाई प्रदान करते हैं। झाग बनाने वाले क्लींजर त्वचा से प्राकृतिक तेलों को हटा सकते हैं जिससे रूखापन बढ़ सकता है।
हयालूरोनिक एसिड सीरम के फायदे
मॉइस्चराइजर सेपहले हयालूरोनिक एसिड सीरम का उपयोग त्वचा में नमी के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। यह सीरम वातावरण से नमी को अवशोषित कर त्वचा में बंद कर देता है। विटामिन सी सीरम का उपयोग त्वचा की चमक बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है।
एक्सफोलिएशन है जरूरी लेकिन संयम से
मृत त्वचाको हटाने के लिए एक्सफोलिएशन आवश्यक है परंतु सर्दियों में इसे सप्ताह में केवल एक बार ही करना चाहिए। कोमल केमिकल एक्सफोलिएंट्स का उपयोग करना बेहतर होता है। अत्यधिक एक्सफोलिएशन त्वचा की प्राकृतिक नमी को नुकसान पहुंचा सकता है।
गर्म पानी से बचाव के उपाय
नहानेया चेहरा धोने के लिए अत्यधिक गर्म पानी के उपयोग से बचना चाहिए। गुनगुने पानी का उपयोग त्वचा के प्राकृतिक तेलों को संरक्षित रखने में मदद करता है। गर्म पानी त्वचा की प्राकृतिक सुरक्षा परत को नुकसान पहुंचा सकता है।
सनस्क्रीन है जरूरी
सर्दियोंमें भी सनस्क्रीन का उपयोग आवश्यक होता है क्योंकि यूवी किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। घर से बाहर निकलने से पहले एसपीएफ 30 या उससे अधिक वाले सनस्क्रीन का उपयोग करना चाहिए। बादल छाए रहने पर भी सनस्क्रीन लगाना नहीं भूलना चाहिए।
होंठों और हाथों की विशेष देखभाल
होंठोंकी देखभाल के लिए पेट्रोलियम जेली युक्त लिप बाम का नियमित उपयोग करना चाहिए। हाथ धोने के तुरंत बाद हैंड क्रीम लगानी चाहिए। रात में सोते समय हाथों पर क्रीम लगाकर दस्ताने पहनने से अतिरिक्त सुरक्षा मिलती है।
आहार और जल प्रवेश का महत्व
सर्दियोंमें पर्याप्त मात्रा में पानी पीना त्वचा के लिए आवश्यक होता है। आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। अखरोट, अलसी और मछली जैसे खाद्य पदार्थ त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
सोनेसे पहले त्वचा पर प्राकृतिक तेलों से मालिश करना फायदेमंद होता है। बादाम का तेल, जोजोबा तेल या आर्गन तेल त्वचा पर सुरक्षात्मक परत बनाते हैं। ये तेल रात भर त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करते हैं।
ह्यूमिडिफायर के लाभ
घर केअंदर हीटर के उपयोग से हवा में नमी की कमी हो जाती है। कमरे में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से वायु में नमी का स्तर बना रहता है। यह उपकरण रात भर त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में सहायक होता है।
रात्रि देखभाल की विधियां
प्राकृतिक फेस मास्क के विकल्प
शहद और दहीका मास्क त्वचा को कोमल बनाने में मदद करता है। एलोवेरा जेल और जैतून के तेल का मिश्रण रूखेपन और खुजली से राहत दिलाता है। ये प्राकृतिक उपचार त्वचा को पोषण प्रदान करते हैं।
