Health News: सर्दियों में बाजरा, गुड़ और गाजर के हलवे का सेवन बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन चीजों का अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदेह हो सकता है। सीनियर डाइटिशियन गीतिका चोपड़ा ने इन पारंपरिक खाद्य पदार्थों पर चिंता जताई है। उनके अनुसार, इन्हें गलत तरीके से बनाने और खाने से समस्या होती है।
ठंड में शरीर का मेटाबॉलिज्म बदलता है। पसीना कम निकलने से ऊर्जा का उपयोग कम हो पाता है। इससे भूख अधिक लगती है और लोग ज्यादा खा लेते हैं। यह ओवरइटिंग इम्यून सिस्टम को प्रभावित कर सकती है।
गाजर के हलवे में छिपा खतरा
गाजर काहलवा सर्दियों का लोकप्रिय व्यंजन है। पर इसमें अत्यधिक शुगर, घी और ड्राई फ्रूट्स डाले जाते हैं। इससे डिश की कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत बढ़ जाती है। अधिक शुगर शरीर में सूजन पैदा कर सकती है।
यह सूजन धीरे-धीरे इम्यूनिटी को कमजोर कर देती है। शुगर की अधिकता से एचबीए1सी का स्तर बढ़ सकता है। इससे गट हेल्थ खराब होने का खतरा रहता है। गट का खराब होना पूरे शरीर के सिस्टम को प्रभावित करता है।
गुड़ और चीनी से बनी मिठाइयों का असर
गुड़या चीनी से बनी गजक और चिक्की का सेवन भी सर्दी में आम है। इनसे भी शरीर में एचबी1एसी का स्तर बढ़ सकता है। इससे इंफ्लामेशन यानी सूजन की समस्या बढ़ जाती है। एक बार यह समस्या हो जाए तो इससे छुटकारा पाना मुश्किल होता है।
मार्केट में मिलने वाले गुड़ में मिलावट भी एक बड़ी समस्या है। फैंसी गुड़ की पट्टी या अन्य उत्पादों में शुद्धता की गारंटी नहीं होती। मिलावटी गुड़ शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
बाजरे की रोटी और गोंद के लड्डू
बाजरेकी रोटी को घी के साथ खाना पसंद किया जाता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि घी की मात्रा सीमित होनी चाहिए। अधिक मात्रा में घी का सेवन शरीर में अतिरिक्त वसा जमा कर सकता है। यह वसा पूरे शारीरिक तंत्र को बाधित कर सकती है।
गोंद के लड्डू को भी शरीर को गर्म रखने वाला माना जाता है। पर इनमें भी ड्राई फ्रूट्स और घी की अधिकता होती है। इससे लड्डू का कैलोरी काउंट बहुत बढ़ जाता है। संतुलित मात्रा में ही इनका सेवन लाभदायक रहता है।
विशेषज्ञ की सलाह
डाइटिशियन गीतिकाचोपड़ा का कहना है कि संतुलन जरूरी है। हर चीज की अधिकता नुकसान पहुंचा सकती है। सर्दियों के पारंपरिक खाद्य पदार्थों को समझदारी से बनाना और खाना चाहिए। शुगर और घी की मात्रा पर विशेष नियंत्रण रखना आवश्यक है।
इम्यूनिटी को मजबूत रखने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है। एक ही प्रकार के भोजन पर निर्भर रहने से बचना चाहिए। विविधता और संयम दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। सर्दियों में भी पोषण का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।
