शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

बिहार में किसकी बनेगी सरकार? फलोदी सट्टा बाजार ने की बड़ी भविष्यवाणी, जानें NDA को कितनी सीटें मिलेगी

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Political News: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ फलोदी सट्टा बाजार में गतिविधियां तेज हो गई हैं। सटोरियों ने चुनाव नतीजों को लेकर अपने अनुमान जारी किए हैं। उनके मुताबिक एनडीए गठबंधन को 135 से 138 सीटें मिल सकती हैं। महागठबंधन को 93 से 96 सीटों का अनुमान है।

छह और ग्यारह नवंबर को होने वाले मतदान को लेकर सट्टा बाजार में रुझान स्पष्ट हो रहे हैं। दोनों प्रमुख गठबंधनों ने अपना चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। इसका प्रभाव सट्टा बाजार के अनुमानों में भी दिख रहा है।

एनडीए की मजबूत स्थिति

फलोदी सट्टा बाजार के सटोरियों का मानना है कि बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी। भाजपा समर्थित गठबंधन की स्थिति मजबूत बताई जा रही है। चुनाव से पहले ही सट्टा बाजार ने एनडीए को बढ़त दी है। सटोरियों ने 135 से 138 सीटों का अनुमान लगाया है।

बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं। बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत होती है। एनडीए के लिए यह अनुमान सकारात्मक संकेत देता है। सट्टा बाजार के इन अनुमानों पर राजनीतिक हलकों में चर्चा हो रही है।

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महागठबंधन के लिए चुनौती

कांग्रेस समर्थित महागठबंधन की स्थिति कमजोर बताई जा रही है। सट्टा बाजार लगातार महागठबंधन के लिए गिरावट का रुझान दिखा रहा है। सटोरियों ने महागठबंधन को 93 से 96 सीटों का अनुमान लगाया है।

यह अनुमान महागठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति दर्शाता है। बहुमत के आंकड़े से यह अनुमान काफी कम है। चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में महागठबंधन की रणनीति पर सबकी नजर है।

व्यक्तिगत उम्मीदवारों पर अभी कोई दांव नहीं

फलोदी सट्टा बाजार ने अभी तक किसी व्यक्तिगत उम्मीदवार पर दांव नहीं लगाए हैं। सटोरियों ने किसी प्रत्याशी की जीत या हार को लेकर कोई भाव जारी नहीं किया है। उनका कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में स्थिति स्पष्ट होगी।

उसके बाद व्यक्तिगत उम्मीदवारों पर दांव लगना शुरू हो सकते हैं। फिलहाल सट्टा बाजार केवल गठबंधन स्तर के अनुमान जारी कर रहा है। चुनावी रुझान और स्पष्ट होने की प्रतीक्षा है।

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चुनावी गतिविधियों का असर

मतदान की तारीखें नजदीक आने से चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं। दोनों गठबंधन जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। रैलियों और सभाओं का दौर चल रहा है। नेताओं की सभाओं में लोगों की भीड़ उमड़ रही है।

इन गतिविधियों का असर सट्टा बाजार के अनुमानों पर भी पड़ रहा है। रोजाना नए राजनीतिक समीकरण सामने आ रहे हैं। सटोरिए इन समीकरणों का अध्ययन कर अपने अनुमान अपडेट कर रहे हैं।

सट्टा बाजार के पूर्वानुमानों का इतिहास

फलोदी सट्टा बाजार चुनावी अनुमानों के लिए जाना जाता है। पिछले कई चुनावों में इसके अनुमान सही साबित हुए हैं। सटोरिए कई कारकों का विश्लेषण कर अपने अनुमान तैयार करते हैं। जनसभाओं में उपस्थिति और जनसंपर्क का असर भी देखते हैं।

हालांकि ये अनुमान हमेशा सौ प्रतिशत सही नहीं होते। चुनावी नतीजे कई बार अलग भी आए हैं। फिर भी सट्टा बाजार के अनुमानों को राजनीतिक विश्लेषण में महत्व दिया जाता है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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