Tech News: व्हाट्सएप ने अपने यूजर्स के लिए एक नई सुरक्षा सुविधा पेश की है। कंपनी अब पासकी-एन्क्रिप्टेड बैकअप लॉन्च कर रही है। इससे यूजर्स अपने चेहने, फिंगरप्रिंट या डिवाइस लॉक कोड का उपयोग कर चैट बैकअप सुरक्षित कर सकेंगे। यह सुविधा आईओएस और एंड्रॉयड दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगी।
यह पहली बार है जब किसी मैसेजिंग ऐप ने इतनी आसान एन्क्रिप्शन सुविधा दी है। नया फीचर आने वाले हफ्तों और महीनों में धीरे-धीरे सभी यूजर्स को मिलेगा। इससे पर्सनल चैट और कॉल बैकअप की सुरक्षा और मजबूत होगी।
कैसे काम करेगी नई सुविधा
नई पासकी तकनीक यूजर्स के लिए चैट बैकअप को एन्क्रिप्ट करना आसान बना देगी। अब यूजर्स को लंबे पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं होगी। वे अपने बायोमेट्रिक डेटा या डिवाइस लॉक कोड से ही बैकअप सुरक्षित कर सकेंगे। एक टैप में ही एन्क्रिप्शन सक्षम हो जाएगा।
यह सुविधा व्हाट्सएप की मौजूदा एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को और मजबूत बनाएगी। कंपनी ने 2021 में ही बैकअप के लिए एन्क्रिप्शन शुरू किया था। तब यूजर्स को 64-अंकों की की या पासवर्ड सेव करना होता था। नई व्यवस्था में यह प्रक्रिया सरल हो गई है।
पासकी तकनीक का विस्तार
व्हाट्सएप ने 2023 में अकाउंट लॉगिन के लिए पासकी सपोर्ट शुरू किया था। अब कंपनी इसका दायरा बढ़ा रही है। यह कदम पासवर्ड रहित भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण है। यूजर्स के लिए डिजिटल सुरक्षा और सुविधा दोनों बढ़ेगी।
पासकी तकनीक यूजर्स को पासवर्ड याद रखने की जरूरत से मुक्त करती है। यूजर अपने डिवाइस पर टैप करके या बायोमेट्रिक स्कैन से ही एक्सेस पा सकते हैं। इससे सुरक्षा भी बढ़ती है और अनुभव भी बेहतर होता है।
कैसे सक्रिय करें नई सुविधा
यूजर्स सेटिंग्स में जाकर इस सुविधा को सक्रिय कर सकते हैं। सबसे पहले व्हाट्सएप की सेटिंग्स में जाना होगा। फिर चैट विकल्प पर टैप करना होगा। इसके बाद चैट बैकअप पर क्लिक करना होगा। यहां एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड बैकअप का विकल्प मिलेगा।
इस विकल्प को सक्रिय करने के बाद यूजर्स बायोमेट्रिक सत्यापन सेट कर सकते हैं। फिंगरप्रिंट, फेस आईडी या डिवाइस पिन का उपयोग किया जा सकेगा। एक बार सेटअप होने के बाद बैकअप स्वचालित रूप से सुरक्षित होता रहेगा।
यूजर्स के लिए महत्व
व्हाट्सएप ने बताया कि यूजर्स अपनी चैट में सालों की यादें सहेजकर रखते हैं। तस्वीरें, वॉयस नोट्स और महत्वपूर्ण बातचीत सभी सुरक्षित रहनी चाहिए। फोन खो जाने या नया डिवाइस लेने पर यह सुविधा बहुत उपयोगी साबित होगी।
नई तकनीक से यूजर्स का डेटा और भी सुरक्षित रहेगा। बैकअप चोरी होने या अनधिकृत एक्सेस का खतरा कम होगा। यह सुविधा व्हाट्सएप के 3 अरब से अधिक यूजर्स को लाभान्वित करेगी। डिजिटल गोपनीयता के मामले में यह एक बड़ा कदम है।
