Shimla News: गवर्नमेंट डिग्री कालेज, कुपवी में प्रथम वर्ष के 72 छात्रों में से अधिकतर को मंगलवार को समाप्त हुई परीक्षा पास कर पाने की उम्मीद नहीं है। इसका कारण है, पूरे सत्र में पढ़ाने के लिए कालेज में एक भी रेगुलर टीचर का न होना। कॉलेज के छात्र नरेश रावत ने चिंता जतायी कि,’ कुछ असाधारण छात्रों को छोड़कर, हममें से अधिकांश परीक्षा में फेल होंगे।’
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नवंबर 2021 में शिमला के इस दूरदराज उपमंडल में एक कालेज शुरू करने की घोषणा की थी और पहले बैच को जुलाई, 2022 में दाखिला मिला था। कालेज में 5 चपरासी, एक क्लर्क है, लेकिन टीचर एक भी नियुक्त नहीं किया।
पीटीए अध्यक्ष केवल राम रावत ने कहा,’ हमने पीटीए के माध्यम से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र पढ़ाने के लिए दो युवाओं को जोड़ा, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। डिग्री कॉलेज नेरवा के शिक्षकों को यहां प्रतिनियुक्ति पर आना था, लेकिन वे नहीं आए।’ राजकीय महाविद्यालय नेरवा के प्राचार्य एवं शासकीय महाविद्यालय कुपवी के कार्यवाहक प्राचार्य सागर कालसाइक ने स्वीकार किया कि नवनिर्मित कालेज में किसी भी शिक्षक को प्रतिनियुक्ति पर नहीं भेजा गया।
प्राचार्य ने कहा, जीडीसी नेरवा में शिक्षकों के 15 पद खाली हैं, ऐसे में यहां से किसी शिक्षक को भेजना संभव नहीं था। ऐसे में कुपवी में छात्रों को काफी परेशानी हुई है। यहां तक कि पीटीए द्वारा रखे गए शिक्षक भी सिर्फ 2-3 महीने के लिए ही आए। नरेश रावत ने कहा,’शिक्षकों की कमी के अलावा छात्रों को बैठने के लिए उचित जगह नहीं। कक्षाओं के लिए सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक स्टोररूम दिया गया था। अब स्कूल ने वह भी खाली करने के लिए कहा है।’
शीतल ने कहा, ‘छात्रों को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उन्हें अगले साल रेगुलर टीचर और बैठने के लिए उचित जगह मिलेगी या नहीं। हमारे परिवार हमें पढ़ाई के लिए कहीं और भेजने का जोखिम नहीं उठा सकते। हम बस प्रार्थना कर रहे हैं कि सरकार जल्द से जल्द नियमित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करे।’