Himachal News: पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में सोमवार से भारी बारिश की चेतावनी है। मौसम विभाग ने जम्मू संभाग के पांच जिलों में बादल फटने और भूस्खलन का अलर्ट जारी किया। हिमाचल में 252 सड़कें बंद हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित है। मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है। आपदा ने 95 लोगों की जान ली। स्थानीय लोग और प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं।
जम्मू-कश्मीर में बादल फटने का खतरा
जम्मू-कश्मीर के मौसम केंद्र ने सांबा, कठुआ, जम्मू, उधमपुर और रियासी में भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी दी। नदी-नालों के पास रहने वालों को सतर्क रहने को कहा गया। यह अलर्ट 72 घंटे तक प्रभावी रहेगा। कश्मीर में हल्की बारिश और 30 किमी/घंटा की हवाएं चलेंगी। अमरनाथ गुफा के पास 7.5 मिमी बारिश दर्ज हुई, जिससे रात का तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
हिमाचल में बिगड़ा जनजीवन
हिमाचल प्रदेश में पश्चिम विक्षोभ से मानसून और तीव्र हुआ। मंडी, कांगड़ा और चंबा में बादल फटने की घटनाएं बढ़ीं। 20 जून से अब तक 95 लोगों की मौत हुई। 33 लापता हैं। 252 सड़कें और 327 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। लाहौल की चोटियों पर बर्फबारी हुई। रोहतांग और कुंजुम दर्रा बर्फ से ढक गया। सरकार ने प्रभावित जिलों को 2 करोड़ रुपये की राहत दी।
उत्तराखंड में भूस्खलन का अलर्ट
उत्तराखंड के चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी में भूस्खलन का खतरा है। बद्रीनाथ राजमार्ग मलबे से बंद है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं। स्थानीय लोग सड़कों को साफ करने में जुटे हैं। सैम्मेला के पास लोगों ने एम्बुलेंस और खाद्य ट्रकों के लिए रास्ता खोला। मौसम विभाग ने 13 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी दी। आपातकालीन टीमें सक्रिय हैं। यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रुकने की सलाह दी गई।
वैष्णो देवी यात्रा पर असर
कटड़ा में भारी बारिश से वैष्णो देवी यात्रियों को राहत मिली, लेकिन हेलिकॉप्टर सेवा बंद रही। कम दृश्यता ने हवाई यात्रा को प्रभावित किया। बैटरी कार और रोपवे सेवाएं सामान्य रहीं। श्रद्धालुओं ने मौसम की चुनौतियों के बावजूद यात्रा जारी रखी। प्रशासन ने यात्रियों से सतर्क रहने को कहा। बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे गर्मी से राहत मिली।
मध्य भारत में भी बारिश का कहर
मध्य प्रदेश के सतना और चित्रकूट में भारी बारिश से सड़कों पर पानी भर गया। छत्तीसगढ़, झारखंड और राजस्थान में अगले तीन दिन भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। असम और मेघालय में भी मूसलाधार बारिश हुई। मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिम भारत में 4-5 दिन तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की। नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
आपदा प्रबंधन में जुटा प्रशासन
हिमाचल और उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन टीमें सक्रिय हैं। जम्मू-कश्मीर में नदियों के किनारे बस्तियों को खाली कराया गया। हिमाचल में 787 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं। प्रशासन ने भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में भारी मशीनरी तैनात की। मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की।
