Himachal News: हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत संचालित वेब डेवलपर कोर्स पूरा करने वाले विद्यार्थियों को राजकीय महाविद्यालय बासा में भव्य प्रमाण पत्र वितरण समारोह में सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कॉलेज प्राचार्य पूरन चंद चौहान थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोजेक्ट हेड सरवन कुमार ने की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को डिजिटल युग में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक सशक्त कदम है।
प्रोजेक्ट हेड सरवन कुमार ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि तकनीकी दक्षता और नवाचार के माध्यम से विद्यार्थियों को रोजगार के नए अवसरों से जोड़ना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि डिजिटल कौशल विकास आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गई है। मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों को डिजिटल तकनीक में दक्ष बनने और नए कौशल सीखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण युवाओं के लिए रोजगार एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
प्रशिक्षण पूरा करने वाली एक छात्रा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि इस कोर्स ने उन्हें वेब डेवलपमेंट की बुनियादी और एडवांस तकनीकों को सीखने का अवसर दिया। उन्होंने कहा कि अब उन्हें खुद पर भरोसा है कि वह डिजिटल परियोजनाओं पर काम कर सकती हैं। एक अन्य छात्र ने बताया कि कोर्स के तहत प्राप्त यह प्रशिक्षण उनके करियर में नई राहें खोल रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सीखना शुरू किया और अब वह स्वतंत्र रूप से वेबसाइट डिज़ाइन कर सकते हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विद्यार्थियों को वेब डेवलपमेंट की प्रमुख भाषाओं में प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया गया। पाठ्यक्रम में वास्तविक प्रोजेक्ट्स के माध्यम से तकनीकी ज्ञान का व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया गया। साथ ही विद्यार्थियों को रोजगार और फ्रीलांसिंग के अवसरों की विस्तृत जानकारी भी दी गई। यह संपूर्ण प्रशिक्षण उद्योग की मांगों के अनुरूप तैयार किया गया था।
महाविद्यालय प्रशासन ने भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले समय में इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम और अधिक विद्यार्थियों के लिए आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डिजिटल साक्षरता और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ऐसे प्रयास निरंतर जारी रहेंगे। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलने की उम्मीद है।
इस अवसर पर उमेश शर्मा, अंजना ठाकुर, हिमानी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इससे क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की प्रमुख योजना है . इसका उद्देश्य बड़ी संख्या में भारतीय युवाओं को उद्योग-संबंधित कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है . यह योजना राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा कार्यान्वित की जा रही है . इसके तहत प्रशिक्षण और मूल्यांकन संबंधी शुल्क पूर्ण रूप से सरकार द्वारा वहन किए जाते हैं .
हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम ने स्थानीय युवाओं के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोले हैं। इससे ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के युवाओं को भी तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है। यह पहल डिजिटल इंडिया के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। स्थानीय युवाओं में इसके प्रति उत्साह देखने को मिल रहा है।
