India News: नवंबर के दूसरे सप्ताह में देश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। उत्तर और मध्य भारत के राज्यों में ठंड ने दस्तक दे दी है। वहीं दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने 12 नवंबर 2025 की सुबह ताजा अपडेट जारी किया है। देश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय चक्रवाती प्रसार के कारण यह मौसमी बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
मौसम विभाग के नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर भारत में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी दिल्ली में 11 नवंबर को न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से 4.1 डिग्री कम दर्ज किया गया और यह इस मौसम की अब तक की सबसे ठंडी सुबह थी।
उत्तर भारत में ठंड का प्रभाव
उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड ने जोर पकड़ लिया है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले के कुकुमसेरी में तापमान माइनस 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान माइनस पांच डिग्री तक पहुंच गया है। मौसम साफ रहने के कारण दोपहर में हल्की गर्माहट महसूस होती है लेकिन रात होते ही सर्दी बढ़ जाती है।
उत्तराखंड के प्रमुख शहरों में भी ठंड ने दस्तक दे दी है। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जैसे शहरों में दिन में हल्की धूप खिलती है। शाम होते ही सर्द हवाओं के चलने से ठिठुरन बढ़ जाती है। पूरे राज्य में मौसम शुष्क और साफ रहने का अनुमान है।
मध्य भारत में शीतलहर की स्थिति
मध्य भारत के कई राज्यों में शीतलहर चलने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और मध्य प्रदेश में शीतलहर की चेतावनी जारी की है। मध्य प्रदेश में 12 नवंबर को हल्की से तीव्र शीतलहर चलने का अनुमान है।
13 से 15 नवंबर तक मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में ठंड का असर जारी रहेगा। छत्तीसगढ़ और उत्तर-पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में भी 12 से 15 नवंबर तक शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पाकिस्तान और आसपास के इलाकों में बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण यह ठंडी हवाएं चल रही हैं।
दक्षिण भारत में बारिश का दौर
दक्षिण भारत के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की आशंका जताई है। इन क्षेत्रों में बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है। केरल और द्वीप समूहों में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के आसार हैं। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के विभिन्न हिस्सों में ऊपरी हवाओं का चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इसके कारण दक्षिणी राज्यों में नमी बढ़ रही है और बारिश की गतिविधियां तेज हो रही हैं।
कोहरे की स्थिति
देश के कई हिस्सों में हल्के कोहरे की स्थिति देखी गई है। नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ इलाकों में कोहरा देखा गया। असम, मेघालय, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में भी हल्का कोहरा रहा।
जम्मू और कश्मीर के उधमपुर में दृश्यता मात्र 500 मीटर रही। पंजाब के जालंधर, हलवारा और बठिंडा में भी दृश्यता 500 मीटर दर्ज की गई। पश्चिमी राजस्थान के सूरतगढ़ और हरियाणा के सिरसा में भी दृश्यता 500 मीटर रही। दिल्ली के सफदरजंग और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कानपुर में भी कोहरे के कारण दृश्यता प्रभावित हुई।
तापमान में उतार-चढ़ाव
देश भर में तापमान में significant उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 11 नवंबर 2025 को तमिलनाडु के करूर परमथी में अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं झारखंड के डाल्टनगंज में न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रहा। यह अंतर देश में चल रही विविध मौसमी स्थितियों को दर्शाता है।
बारिश की गतिविधियों की बात करें तो 11 नवंबर को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में बारिश दर्ज की गई। असम और मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कराईकल तथा केरल और माहे के कई इलाकों में बारिश या गरज के साथ बौछारें देखी गईं। देश के शेष हिस्सों में मौसम शुष्क रहा।
आने वाले चार से पांच दिनों तक देश के मौसम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। उत्तर और मध्य भारत में ठंडी हवाएं चलती रहेंगी। दक्षिण भारत में बारिश का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने सभी नागरिकों को स्थानीय मौसम बुलेटिन पर नजर रखने की सलाह दी है।
