Delhi News: दिल्ली में INDIA ब्लॉक ने बिहार में मतदाता सूची और 2024 लोकसभा चुनाव में कथित वोटर फ्रॉड के खिलाफ प्रदर्शन किया। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य नेता संसद से चुनाव आयोग तक मार्च निकाल रहे थे। दिल्ली पुलिस ने बिना अनुमति के मार्च को रोका और नेताओं को हिरासत में लिया।
मार्च पर पुलिस की कार्रवाई
विपक्षी सांसदों ने संसद के मकर द्वार से सुबह 11:30 बजे मार्च शुरू किया। ट्रांसपोर्ट भवन के पास पुलिस ने जुलूस रोका। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, संजय राउत और सागरिका घोष को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने कहा कि मार्च के लिए कोई अनुमति नहीं थी। नेताओं ने नारेबाजी कर आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
विपक्ष के आरोप
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि चुनाव आयोग पारदर्शिता नहीं बरत रहा। बिहार में SIR के नाम पर मतदाता सूची में हेरफेर हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद आयोग डेटा साझा नहीं कर रहा। विपक्ष ने पारदर्शी पुनर्समीक्षा की मांग की। अधिक जानकारी के लिए चुनाव आयोग की वेबसाइट देखें।
राहुल गांधी का बयान
हिरासत में लिए गए राहुल गांधी ने कहा कि यह संविधान और वन मैन, वन वोट की लड़ाई है। उन्होंने साफ-सुथरी मतदाता सूची की मांग की। राहुल ने इसे राजनीतिक नहीं, बल्कि संवैधानिक मुद्दा बताया। विपक्ष का कहना है कि आयोग का रवैया अड़ियल है।
लोकसभा में हंगामा
लोकसभा में सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की। पोस्टर और प्लकार्ड दिखाए गए। स्पीकर ओम बिड़ला ने प्रश्नकाल चलाने की कोशिश की, लेकिन हंगामे के कारण सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। विपक्ष ने आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग ने जयराम रमेश को पत्र लिखकर 30 प्रतिनिधियों को मुलाकात का समय दिया। आयोग ने जगह की कमी का हवाला दिया और नेताओं के नाम, वाहनों का विवरण मांगा। मुलाकात दोपहर 12 बजे तय की गई, लेकिन एजेंडा स्पष्ट नहीं किया गया।
शशि थरूर का बयान
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि चुनाव की निष्पक्षता पर संदेह बना हुआ है। आयोग को इन सवालों का समाधान करना होगा। इससे उसकी विश्वसनीयता बहाल होगी। विपक्ष ने मार्च को दांडी मार्च से जोड़ा, जो ऐतिहासिक महत्व रखता है।
