शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

वायरल वीडियो: MMS बनाने और फैलाने वालों की खैर नहीं, BNS की धारा 77 में मिलेगी 7 साल की सजा

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National News: आजकल सोशल मीडिया पर फेमस होने की होड़ मची है। हाल ही में सोफिक-सोनाली का वायरल वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग लाइक और फॉलोअर बढ़ाने के लिए MMS तक शेयर कर रहे हैं। लेकिन ऐसा करना आपको बहुत महंगा पड़ सकता है। भारतीय कानून में इसके लिए सख्त सजा का प्रावधान है। पुलिस अब नए नियमों के तहत ऐसे मामलों में तुरंत एक्शन ले रही है।

सोफिक-सोनाली MMS का सच

बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक 15 मिनट 40 सेकंड के वीडियो का दावा किया गया। इंस्टाग्राम पर ‘लिंक इन बायो’ वाले कैप्शन की बाढ़ आ गई। इसमें सोफिक और सोनाली के कार वाले क्लिप्स का इस्तेमाल हुआ। यह दावा किया गया कि यह उस MMS का नया पार्ट है। इस विवाद पर कपल को सफाई भी देनी पड़ी। इसके बावजूद यूजर्स उन्हें लगातार ट्रोल कर रहे हैं। रील बनाने वाले बिना सोचे-समझे इसे शेयर कर रहे हैं।

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क्या है BNS की धारा 77?

युवाओं को कानून की जानकारी होना बेहद जरूरी है। किसी की भी निजी पलों की रिकॉर्डिंग करना अपराध है। बिना अनुमति के प्राइवेट वायरल वीडियो शेयर करना कानूनन जुर्म है। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 77 के तहत इस पर कार्रवाई होती है। यह नियम डीपफेक या एआई से बने अश्लील वीडियो पर भी समान रूप से लागू होता है। निजता का उल्लंघन करने पर पुलिस सीधे केस दर्ज कर सकती है।

कितनी मिलेगी सजा?

कानून में अपराध को दो श्रेणियों में बांटा गया है।

  • पहली गलती: यदि कोई अपराधी पहली बार दोषी पाया जाता है, तो उसे जेल जाना होगा। यह सजा कम से कम 1 साल की होगी। इसे बढ़ाकर 3 साल तक किया जा सकता है। साथ ही जुर्माना भी भरना होगा।
  • दूसरी गलती: यदि वही व्यक्ति दोबारा ऐसा कृत्य करता है, तो सजा सख्त होगी। इसमें कम से कम 3 साल की कैद का प्रावधान है। इसे बढ़ाकर 7 साल तक किया जा सकता है। जुर्माने की रकम भी बढ़ा दी जाएगी।
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Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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