शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

विमल नेगी मौत मामला: सबूतों से छेड़छाड़ के आरोपी पंकज शर्मा की जमानत याचिका पर हाईकोर्ट ने टाली सुनवाई

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Shimla News: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने सोमवार को विमल नेगी मौत मामले में गिरफ्तार निलंबित एएसआई पंकज शर्मा की जमानत याचिका पर सुनवाई की। अदालत ने इस मामले में अगली सुनवाई तेरह अक्टूबर के लिए निर्धारित की। पंकज शर्मा पर सबूतों से छेड़छाड़ के गंभीर आरोप हैं।

पंकज शर्मा ने विशेष सीबीआई अदालत के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती दी है। विशेष अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी। साथ ही उन्हें छब्बीस सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। सीबीआई ने इस मामले में पंकज शर्मा को गिरफ्तार किया था।

हरिकेश मीणा की जमानत याचिका भी स्थगित

आईएएस अधिकारी हरिकेश मीणा की अग्रिम जमानत की सुनवाई भी स्थगित हो गई है। हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई नौ अक्टूबर तक के लिए टाल दी। अदालत ने हरिकेश मीणा को दंडात्मक कार्रवाई से मिली अंतरिम सुरक्षा की अवधि बढ़ा दी। हरिकेश मीणा एचपीपीसी के पूर्व प्रबंध निदेशक रह चुके हैं।

पंकज शर्मा को चौदह सितंबर को बिलासपुर जिले से गिरफ्तार किया गया था। उन पर इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं। शुरुआत में उन्हें सीबीआई हिरासत में रखा गया। बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत में कैथू जेल भेज दिया गया।

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सीबीआई की विशेष अदालत ने खारिज की हिरासत बढ़ाने की मांग

सीबीआई की विशेष अदालत ने सोलह सितंबर को महत्वपूर्ण फैसला सुनाया। अदालत ने एसआईटी की पुलिस हिरासत बढ़ाने की मांग को अस्वीकार कर दिया। इसके बाद पंकज शर्मा को छब्बीस सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया। अदालत ने इस मामले में सख्त रुख अपनाया।

पंकज शर्मा पर गंभीर आरोप लगे हैं। उन पर विमल नेगी की जेब से पेन ड्राइव निकालने का आरोप है। साथ ही उन्होंने नेगी का लैपटॉप कब्जे में लेकर अहम डेटा डिलीट किया। उनके घर से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।

घटनास्थल पर मौजूद थे पंकज शर्मा

घटना के समय पंकज शर्मा किसी जांच दल का हिस्सा नहीं थे। फिर भी वह घटनास्थल पर सबसे पहले मौजूद थे। इसी आधार पर उन पर सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं। सीबीआई ने इस मामले की गहन जांच शुरू की है।

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इस मामले की जांच पहले एचपीपीसी के तत्कालीन अधिकारियों तक फैली हुई थी। वर्तमान में हरिकेश मीणा और पूर्व निदेशक देशराज अग्रिम जमानत पर हैं। विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी और भाई सुरेंद्र नेगी के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।

विमल नेगी की रहस्यमयी मौत

विमल नेगी दस मार्च को अचानक शिमला से लापता हो गए थे। आठ दिन बयान अठारह मार्च को उनका शव बिलासपुर के गोविंद सागर झील के किनारे मिला। परिजनों ने वरिष्ठ अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था।

पत्नी किरण नेगी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद मामला सीबीआई के हाथ में गया। सीबीआई ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 और धारा 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है।

जांच के दौरान प्रदेश सरकार ने निलंबित निदेशक देशराज को बहाल किया। उन्हें हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड में चीफ इंजीनियर पद पर तैनात कर दिया गया। विमल नेगी की मौत ने पूरे प्रशासनिक तंत्र में हलचल मचा दी थी।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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