India News: जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। इससे उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया तेज हो गई। चुनाव आयोग ने नामांकन जांच में कई पर्चे रद्द कर दिए। उम्मीदवारों ने 7 नामांकन दाखिल किए थे। अधिकांश में दस्तावेज पुराने या अधूरे थे। अब वैध उम्मीदवारों की सूची पर नजर बनी हुई है। चुनाव 9 सितंबर को होगा।
नामांकन में पाई गईं कमियां
चुनाव आयोग ने डॉ. के. पद्मराजन का नामांकन खारिज कर दिया। उनके पास निर्वाचक नामावली की प्रमाणित प्रति पुरानी थी। डिपॉजिट राशि जमा थी। लेकिन दस्तावेजों की कमी से पर्चा रद्द हुआ। जीवन कुमार मित्तल का पहला नामांकन भी पुरानी कॉपी के कारण अस्वीकार हुआ। नैडुगारी राजशेखर के पर्चे में कॉपी और डिपॉजिट दोनों गायब थे। यह सभी 7 अगस्त को दाखिल हुए थे।
दोबारा दाखिल पर्चों की जांच
नैडुगारी राजशेखर और जीवन कुमार मित्तल ने 11 अगस्त को फिर नामांकन भरा। राजशेखर का पर्चा फिर से कमियों के कारण खारिज हो गया। जीवन कुमार मित्तल का इस बार दस्तावेज सही थे। डिपॉजिट भी जमा थी। उनका नामांकन स्वीकार कर लिया गया। डॉ. मंदाती तिरुपति रेड्डी का पर्चा पुरानी कॉपी के कारण रद्द हुआ। जलालुद्दीन का नामांकन भी इसी वजह से अस्वीकार किया गया।
चुनाव आयोग की सख्ती
चुनाव आयोग ने सभी नामांकनों की जांच की। केवल जीवन कुमार मित्तल का दूसरा पर्चा वैध पाया गया। बाकी उम्मीदवार दस्तावेजों की कमी से बाहर हो गए। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। जांच 22 अगस्त को होगी। उम्मीदवार 25 अगस्त तक नाम वापस ले सकते हैं। चुनाव आयोग ने प्रक्रिया की जानकारी जारी की है।
