India News: केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया। यह घोषणा रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की। उन्होंने पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक और सहयोगी दलों के साथ चर्चा के बाद यह फैसला लिया। राधाकृष्णन तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता हैं और उनकी पृष्ठभूमि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी है। यदि वह चुनाव जीतते हैं, तो वह जगदीप धनखड़ की जगह लेंगे। धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से मॉनसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था।
राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर
चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन का राजनीतिक करियर चार दशक से अधिक का है। उन्होंने 1998 और 1999 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद के रूप में जीत हासिल की। इसके अलावा, वह 2004 से 2007 तक तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष रहे। इस दौरान उन्होंने 19,000 किलोमीटर की रथ यात्रा आयोजित की थी। राधाकृष्णन को 2023 में झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। बाद में जुलाई 2024 में उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया गया। उन्होंने तेलंगाना और पुडुचेरी में भी अतिरिक्त जिम्मेदारियां निभाईं। उनकी छवि एक गैर-विवादास्पद और संतुलित नेता की रही है।
कांग्रेस नेता की सलाह
झारखंड से कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने राधाकृष्णन को सलाह दी कि वह उपराष्ट्रपति पद का नामांकन स्वीकार करने से पहले पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करें। ठाकुर ने कहा कि धनखड़ से मिलकर राधाकृष्णन को उनकी स्थिति का आकलन करना चाहिए। उन्होंने सत्यपाल मलिक का उदाहरण देते हुए कहा कि जब तक राज्यपाल सरकार की नीतियों का पालन करते हैं, तब तक सब ठीक रहता है। लेकिन स्वतंत्र रुख अपनाने पर मुश्किलें शुरू हो जाती हैं। ठाकुर ने राधाकृष्णन से इस पहलू पर विचार करने को कहा।
हेमंत सोरेन का पुराना आरोप
राधाकृष्णन ने अपने कार्यकाल में विवादास्पद बयानों से दूरी बनाए रखी है। हालांकि, 2023 में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे। सोरेन ने दावा किया था कि उनकी गिरफ्तारी में राजभवन की भूमिका थी। यह गिरफ्तारी प्रवर्तन निदेशालय ने की थी। राधाकृष्णन ने 8 फरवरी 2024 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि राजभवन ने सभी लोकतांत्रिक नियमों का पालन किया।
उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया
उपराष्ट्रपति चुनाव की निगरानी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू को मतदान एजेंट नियुक्त किया गया है। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 21 अगस्त है। इस प्रक्रिया में प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, और एनडीए के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री शामिल होंगे। चुनाव 9 सितंबर को होगा और उसी दिन मतगणना होगी। एनडीए की संसद में मजबूत स्थिति को देखते हुए राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
