National News: इंडिया गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए पूर्व सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और वर्तमान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को इस नाम की घोषणा की।
उम्मीदवार के रूप में स्वीकृति
पद के लिए अपने नामांकन पर प्रतिक्रिया देते हुए जस्टिस रेड्डी ने कहा कि वह इस निर्णय से खुश हैं। उन्होंने कहा, “मैं इससे खुश हूं। मैं अपने नामांकन से खुश हूं। अगर यह अप्रिय होता, तो मैं यह सफर क्यों तय करता और आगे क्यों बढ़ता?”
विपक्षी एकजुटता का प्रदर्शन
खरगे ने जोर देकर कहा कि यह फैसला विपक्ष के सभी दलों के साथ हुई चर्चा के बाद लिया गया है। आम आदमी पार्टी (आप) सहित गठबंधन में शामिल सभी प्रमुख दलों ने रेड्डी के नाम का समर्थन किया है। यह कदम विपक्षी दलों की एकजुटता को दर्शाता है।
बी सुदर्शन रेड्डी का करियर
जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी ने वर्ष 2007 से 2011 तक सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में कार्य किया। उन्होंने अपनी वकालत की डिग्री हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से प्राप्त की। 1988 में वह हाईकोर्ट में सरकारी वकील बने और 1993 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के अतिरिक्त जज नियुक्त हुए।
तेलंगाना जातिगत सर्वे से जुड़ाव
वर्ष 2005 में उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया। सर्वोच्च न्यायालय में कार्यकाल पूरा करने के बाद, उन्हें 2013 में गोवा का लोकायुक्त नियुक्त किया गया। हाल के वर्षों में, वह तेलंगाना सरकार के जातिगत सर्वेक्षण समिति के अध्यक्ष रहे हैं।
चुनावी रणनीति और महत्व
इंडिया गठबंधन द्वारा अपना उम्मीदवार उतारना इस बात का संकेत है कि वह निर्विरोध चुनाव की संभावना को खारिज करते हैं। यह चुनाव राजनीतिक गठजोड़ों की ताकत का एक और संकेतक होगा। मतदान 6 अगस्त को होना है और परिणाम उसी दिन घोषित किए जाएंगे।
