India News: भारत में आज उपराष्ट्रपति पद के लिए महत्वपूर्ण चुनाव होना है। जुलाई 2025 में जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली था। संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सांसद मतदान करेंगे। देश को नया उपराष्ट्रपति आज ही मिल जाएगा।
यह चुनाव संसद के दोनों सदनों के सदस्य मिलकर करते हैं। इसमें लोकसभा और राज्यसभा के सभी निर्वाचित और मनोनीत सदस्य शामिल होते हैं। मतदान सिंगल ट्रांसफरेबल वोट प्रणाली के तहत होता है। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने का पूरा प्रबंध है।
उपराष्ट्रपति भारत का दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद है। वे राज्यसभा के सभापति भी होते हैं। संविधान के अनुच्छेद 63(2) के तहत रिक्त पद को जल्द से जल्द भरना अनिवार्य है। यह चुनाव मानसून सत्र के बाद नियमानुसार हो रहा है।
चुनाव प्रक्रिया और महत्व
उपराष्ट्रपति चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत होता है। सांसद अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वरीयता क्रम में वोट देते हैं। यदि पहली वरीयता से कोई विजयी नहीं होता है तो वोटों का हस्तांतरण होता है। निर्वाचन आयोग इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी करता है।
निर्वाचित उपराष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा। वे पुनः चुनाव के लिए भी पात्र होंगे। इस पद के लिए अलग से कोई वेतन निर्धारित नहीं है। उन्हें राज्यसभा सभापति के रूप में प्रतिमाह चार लाख रुपये वेतन मिलता है।
पदधारक को आवास, चिकित्सा सुविधा और यात्रा भत्ता भी मिलता है। उन्हें सुरक्षा और संचार सुविधाएं प्राप्त होती हैं। कार्यकाल समाप्त होने के बाद वे पेंशन के हकदार बनते हैं। यह पेंशन उनके अंतिम वेतन का 50 प्रतिशत होती है।
उपराष्ट्रपति राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन करते हैं। वे सदन में अनुशासन बनाए रखते हैं। राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में वे कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर सकते हैं। यह पद भारतीय लोकतंत्र की स्थिरता का प्रतीक है।
भारत के पहले उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे। नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति देश के 14वें उपराष्ट्रपति होंगे। उन्हें नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में आवास मिलेगा। यह आवास सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत तैयार किया गया है।
