India News: देश के नए उपराष्ट्रपति का चुनाव मंगलवार को हुआ मतदान के बाद फिलहाल मतगणना के नतीजों का इंतजार है। संसद भवन में हुए मतदान में एनडीए के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है। कांग्रेस ने दावा किया है कि विपक्षी गठबंधन के सभी 315 सांसदों ने एकजुट होकर मतदान में भाग लिया।
मतदान प्रक्रिया सुबह 10 बजे शुरू हुई और शाम 5 बजे समाप्त हो गई। इसके तुरंत बाद शाम 6 बजे मतगणना शुरू कर दी गई। अंतिम परिणाम की घोषणा देर शाम होने की संभावना है। नए संसद भवन में सांसदों ने लंबी कतारों में खड़े होकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
कुल 781 सांसद मतदान के पात्र थे क्योंकि दोनों सदनों की सात सीटें वर्तमान में रिक्त हैं। जानकारी के अनुसार कुल 768 सांसदों ने वोट डाला। इस प्रकार मतदान प्रतिशत लगभग 98.3 रहा। मतदान में 12 सांसद अनुपस्थित रहे जिनके नाम वोटर लिस्ट में शामिल थे।
बीआरएस पार्टी के चार सदस्यों ने मतदान नहीं किया। इसी तरह बीजू जनता दल के सात सांसद और अकाली दल के एक सदस्य भी वोटिंग में शामिल नहीं हुए। रिपोर्ट्स के मुताबिक एनडीए के सभी 427 सांसदों ने अपना वोट डाला है।
विपक्ष ने दिखाई एकजुटता
कांग्रेस पार्टीने मतदान के बाद एकजुटता का दावा पेश किया। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि विपक्ष पूरी तरह एकजुट रहा। उन्होंने बताया कि विपक्षी गठबंधन के सभी 315 सदस्यों ने मतदान प्रक्रिया में हिस्सा लिया। जयराम रमेश ने इसे अभूतपूर्व और सौ प्रतिशत मतदान बताया।
उपराष्ट्रपति पद का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सदस्य मिलकर करते हैं। इसमें लोकसभा के 543 और राज्यसभा के 245 निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। इसके अलावा राज्यसभा के 12 मनोनीत सदस्य भी मतदान कर सकते हैं। इस प्रकार कुल मिलाकर 800 सदस्यों का निर्वाचक मंडल बनता है।
मतगणना की प्रक्रिया जारी है और देश अगले भारत के उपराष्ट्रपति के नाम का इंतजार कर रहा है। यह चुनाव भारतीय लोकतंत्र की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया का प्रतिनिधित्व करता है। सभी दलों ने चुनाव प्रक्रिया में सहभागिता निभाई है।
