Guna News: विश्व हिंदू परिषद ने नवरात्रि के दौरान गरबा आयोजनों को लेकर नई एडवाइजरी जारी की है। संगठन ने गैर-हिंदुओं को गरबा पंडालों में प्रवेश से रोकने की सिफारिश की है। इसके साथ ही षटदर्शन संत समिति के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कंप्यूटर बाबा ने स्पष्ट किया कि केवल वे लोग गरबा में भाग ले सकते हैं जो नौ दिनों तक माता का उपवास रखते हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों को अपनी बहनों के साथ आना चाहिए और गाय के प्रति आस्था रखनी चाहिए। यह बातें उन्होंने मध्य प्रदेश के गुना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं।
सनातन संस्कृति के नियमों का पालन जरूरी
कंप्यूटर बाबा ने जोर देकर कहा कि सनातन संस्कृति के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि गौ, संस्कृति और माता के प्रति आस्था न रखने वालों के लिए गरबा में प्रवेश वर्जित रहेगा। उनके अनुसार नौ दिन के उपवास के बिना किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।
अश्लीलता पर सख्त रुख
गरबा में अश्लीलता के सवाल पर कंप्यूटर बाबा ने स्पष्ट रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार से कड़े कानून बनाने का अनुरोध किया। उनका कहना था कि ऐसा करने वालों को तुरंत बाहर किया जाना चाहिए।
नवरात्रि की तैयारियां जोरों पर
देशभर में नवरात्रि की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। इस बार शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से शुरू हो रहा है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। गरबा खेलने की परंपरा विशेष रूप से गुजरात और महाराष्ट्र में प्रचलित है।
विभिन्न हिंदू संगठनों ने गरबा आयोजनों में धार्मिक मर्यादाओं के पालन पर जोर दिया है। उनका कहना है कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। स्थानीय प्रशासन ने शांतिपूर्ण आयोजन सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
