शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

वाराणसी: महिला थाना प्रभारी रिश्वत लेते पकड़ी, कहा- ‘दीवाली का खर्च कैसे चलेगा’

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Uttar Pradesh News: वाराणसी कमिश्नरेट में एक महिला थाना प्रभारी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ी गई। सुमित्रा देवी नामक यह अधिकारी जलालपुर थाने की प्रभारी थी। वह दस हजार रुपये की रिश्वत लेते समय एंटी करप्शन टीम द्वारा गिरफ्तार की गई। उसकी सहयोगी अर्चना राय भी इस मामले में पकड़ी गई।

यह घटना थाना जलालपुर भदोही में घटी। शिकायतकर्ता मोहम्मद मेराज ने एंटी करप्शन विभाग से मदद मांगी थी। टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की। महिला थाना प्रभारी को उसके कार्यालय से ही गिरफ्तार किया गया।

घटना का क्रम

मोहम्मद मेराज का नाम एक मामले में थाने में दर्ज था। थाना प्रभारी सुमित्रा देवी ने उन पर दबाव बनाया। उन्होंने मामले से नाम हटाने के लिए पैसे की मांग की। यह दबाव कई दिनों तक जारी रहा।

मेराज ने एंटी करप्शन विभाग से संपर्क किया। विभाग ने एक योजना तैयार की। मेराज को नकली पैसे लेकर थाना प्रभारी के पास भेजा गया। पैसे लेते समय दोनों अधिकारी गिरफ्तार कर ली गई।

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गिरफ्तारी का विवरण

एंटी करप्शन टीम ने छापेमारी की कार्रवाई की। थाना प्रभारी के कार्यालय में ही यह कार्रवाई हुई। पैसे का लेन-देन होते ही टीम ने दोनों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के समय थाना प्रभारी दीवाली के खर्च का हवाला दे रही थी।

सुमित्रा देवी ने कहा कि दीवाली का समय है और त्योहार का खर्च चलाना है। यह बातचीत रिकॉर्डिंग में कैद हुई। इससे रिश्वत की मंशा साबित हुई। दोनों अधिकारियों पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

कानूनी कार्रवाई

पकड़े गए दोनों अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया। यह मुकदमा उसी थाने में दर्ज हुआ जहां सुमित्रा देवी प्रभारी थी। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की relevant धाराएं लगाई गई। दोनों अधिकारी पुलिस हिरासत में हैं।

वाराणसी पुलिस ने इस मामले की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जांच जारी है। अन्य लोगों की संलिप्तता की भी जांच हो रही है। यह मामला पुलिस विभाग के लिए शर्मनाक बताया जा रहा है।

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पीड़ित की कहानी

मोहम्मद मेराज भदोही निवासी हैं। उनका नाम एक मामले में शामिल था। थाना प्रभारी ने उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू किया। उन पर लगातार दबाव बनाया गया।

मेराज ने कानूनी सहायता के लिए एंटी करप्शन विभाग का रुख किया। उन्होंने विभाग को पूरी जानकारी दी। विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। इससे रिश्वतखोरी का मामला सामने आया।

प्रशासनिक प्रतिक्रिया

वाराणसी कमिश्नरेट ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उच्च अधिकारियों ने तत्काल रिपोर्ट मांगी। पुलिस विभाग के भीतर भ्रष्टाचार पर कार्रवाई का वादा किया। यह मामला विभागीय जांच के दायरे में आएगा।

कमिश्नरेट ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जनता से सहयोग की अपील की गई। उन्हें ऐसे मामलों की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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