Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक प्रेम प्रसंग ने पुलिस की नाक में दम कर दिया है। परतापुर क्षेत्र में एक हिंदू युवक और मुस्लिम किशोरी के रिश्ते को लेकर भारी तनाव है। पुलिस और बाल कल्याण समिति (CWC) की तमाम कोशिशें बेकार साबित हो रही हैं। Uttar Pradesh News की सुर्खियों में आए इस मामले में किशोरी को उसके पिता को सौंपा गया था। लेकिन घर पहुंचते ही वह दोबारा प्रेमी के घर पहुंच गई। इससे इलाके में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई है।
पिता को सौंपा, लेकिन प्रेमी के पास लौटी
पुलिस ने पहले किशोरी को CWC के सामने पेश किया था। वहां भी उसने अपने प्रेमी वीर कुमार के साथ जाने की जिद की थी। समिति ने नियमों के तहत उसे पिता के सिपुर्द कर दिया। हैरानी की बात यह है कि घर पहुंचने के कुछ देर बाद ही वह फिर प्रेमी के दरवाजे पर आ गई। उसका कहना है कि वह शादी वीर से ही करेगी। इसके बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने वीर के घर पर जमकर हंगामा किया।
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
इस मामले में पुलिस की एकतरफा कार्रवाई चर्चा का विषय बनी हुई है। चार दिन पहले जब किशोरी प्रेमी के घर गई थी, तो दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। तब पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत पर वीर और उसके परिवार पर अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने वीर को जेल भेज दिया था। इस कार्रवाई से नाराज भाजपा नेताओं ने थाने पर धरना भी दिया था।
तनाव के बीच आशा ज्योति केंद्र भेजी गई किशोरी
शताब्दीनगर सेक्टर पांच में दोनों पक्षों के घर पास होने के कारण स्थिति नाजुक है। बार-बार किशोरी के प्रेमी के घर जाने से दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए हैं। पुलिस मौके पर पहुंची और किशोरी को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। आखिर में पुलिस ने उसे आशा ज्योति केंद्र भेज दिया है। एसओ अजय शुक्ला ने बताया कि उसे दोबारा CWC के सामने पेश किया जाएगा। स्थानीय लोगों का मानना है कि पुलिस समय रहते जागती तो यह नौबत नहीं आती।
