Fatehpur News: फतेहपुर में काम के भारी दबाव के चलते एक सरकारी कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली है। यहाँ Uttar Pradesh सरकार के अधीन कार्यरत एक लेखपाल ने अपनी शादी से ठीक एक दिन पहले फांसी लगा ली। मृतक के परिजनों ने विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अधिकारी शादी की रस्मों के बीच भी उस पर काम का दबाव बना रहे थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
मेहंदी की रस्म के बीच मातम
खजुहा कस्बे के रहने वाले रामलाल कोरी का 25 वर्षीय बेटा सुधीर लेखपाल था। उसकी शादी पास के ही गांव में तय हुई थी। बुधवार यानी 26 नवंबर को उसकी बारात जानी थी। मंगलवार को घर में मेहंदी और मातृ पूजन का कार्यक्रम चल रहा था। घर में नाते-रिश्तेदार मौजूद थे और खुशियों का माहौल था। इसी बीच सुधीर अपने कमरे में गया और फांसी के फंदे पर झूल गया। इस घटना से पूरे परिवार में कोहराम मच गया है।
छुट्टी के बजाय मिला सस्पेंशन
परिजनों का आरोप है कि सुधीर की ड्यूटी मतदाता विशेष पुनरीक्षण अभियान (SIR) में लगी थी। अपनी शादी होने के बावजूद उसे छुट्टी नहीं दी जा रही थी। इतना ही नहीं, सोमवार को काम में लापरवाही का आरोप लगाकर उसे सस्पेंड कर दिया गया था। परिजनों ने बताया कि मंगलवार सुबह कानूनगो घर आए थे। उन्होंने सुधीर पर फिर से काम का दबाव बनाया। अधिकारी के जाने के कुछ देर बाद ही लेखपाल ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया।
सपा प्रमुख ने भी उठाया था मुद्दा
कोतवाल हेमंत मिश्रा ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर मामले की जांच की जा रही है। इस घटना से Uttar Pradesh के प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। यह मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। एक दिन पहले ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर बीएलओ और कर्मचारियों पर काम के दबाव का मुद्दा उठाया था। ऐसे में इस मामले के राजनीतिक रंग लेने की भी संभावना बढ़ गई है।
