World News: सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल शरा ने अमेरिका की ऐतिहासिक यात्रा की है। यह दौरा कई मायनों में बेहद खास माना जा रहा है। रविवार को वॉशिंगटन पहुंचे शरा सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिले। सन 1946 के बाद यह पहला मौका है जब कोई सीरियाई राष्ट्रपति अमेरिका की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचा है।
इस यात्रा से पहले शरा का नाम अमेरिका की आतंकवादी सूची में शामिल था। अमेरिकी सरकार ने उनका नाम इस सूची से दौरे से मात्र एक दिन पहले हटाया है। शरा के संगठन हयात तहरीर अल-शाम पर अलकायदा से संबंध होने का आरोप लगता रहा है। इसी वजह से अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें आतंकी घोषित किया था।
अमेरिका ने एक समय शरा के सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम भी रखा था। उनके संगठन एचटीएस को ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने अब भी आतंकवादी संगठन माना है। संयुक्त राष्ट्र की ब्लैकलिस्ट से नाम हटने के बाद शरा ने यूएन महासभा को संबोधित किया था। वह ऐसा करने वाले पहले सीरियाई राष्ट्रपति बने।
ट्रंप और शरा की पिछली मुलाकात
दोनों नेताओं की यह पहली आमने-सामने की मुलाकात नहीं है। इससे पहले इसी साल मई में दोनों की मुलाकात सऊदी अरब में हुई थी। वह मुलाकात कम चर्चा में आई थी। लेकिन वर्तमान यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों में नए अध्याय की शुरुआत माना जा रहा है। यह मुलाकात अमेरिकी विदेश नीति में एक बड़े बदलाव का संकेत देती है।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टॉमी पिगॉट ने शरा सरकार की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि शरा अमेरिका की मांगों पर सहयोग कर रहे हैं। इस सहयोग में सीरिया में लापता अमेरिकी नागरिकों की खोज में मदद शामिल है। साथ ही रासायनिक हथियारों को नष्ट करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं।
सीरिया पर अभी भी प्रतिबंध
अमेरिका ने शरा का नाम आतंकी सूची से हटा दिया है। लेकिन सीरिया पर लगे प्रतिबंध अभी भी जारी हैं। ये प्रतिबंध सन 2019 में अमेरिकी कांग्रेस ने लगाए थे। इन प्रतिबंधों को हटाने के लिए अब कांग्रेस की अनुमति लेनी जरूरी है। यह प्रक्रिया जटिल और लंबी हो सकती है। प्रतिबंध हटाने को लेकर अमेरिकी संसद में बहस होने की उम्मीद है।
शरा के सत्ता में आने का रास्ता भी चर्चा का विषय रहा है। आठ दिसंबर 2024 को उनके संगठन एचटीएस ने बशर अल असद सरकार का तख्तापलट किया था। इसके बाद सत्ता पर उनका कब्जा हो गया। इस घटना ने असद परिवार के पचास साल लंबे शासन का अंत किया। अहमद अल शरा को सीरिया का नया राष्ट्रपति बनाया गया।
यह राजनीतिक उलटफेर पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए एक बड़ी घटना साबित हुआ। इसने क्षेत्र की गतिशीलता को पूरी तरह से बदल दिया है। नए सीरियाई नेतृत्व ने खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए कदम बढ़ाए हैं। अमेरिका से बढ़ती नजदीकी इसी रणनीति का हिस्सा लगती है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं
अमेरिका और सीरिया के बीच बढ़ते रिश्तों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नजरें टिकी हैं। कई देश इस विकास को सकारात्मक मान रहे हैं। वहीं कुछ देशों ने आरंभ में सतर्क रुख अपनाया है। इस बदलाव का असर पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र पर पड़ेगा। कूटनीतिक विश्लेषक इसके दूरगामी परिणामों की समीक्षा कर रहे हैं।
शरा की अमेरिकी यात्रा ने दुनिया भर के मीडिया का ध्यान खींचा है। अंतरराष्ट्रीय संबंधों के विशेषज्ञ इसे एक नए युग की शुरुआत मान रहे हैं। यह घटना दर्शाती है कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में गठबंधन और रिश्ते लगातार बदलते रहते हैं। यह बदलाव क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने में मददगार साबित हो सकता है।
