शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

अमेरिकी सीनेटर का चौंकाने वाला दावा: चीन ने भारतीय सैनिकों को ‘पिघलाने’ के लिए इस्तेमाल किए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हथियार

Share

World News: एक अमेरिकी सीनेटर ने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर एक गंभीर आरोप लगाया है। टेनेसी के रिपब्लिकन सीनेटर बिल हेगर्टी ने दावा किया कि चीन ने लगभग पांच साल पहले भारतीय सैनिकों के खिलाफ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हथियार का इस्तेमाल किया था। उन्होंने यह बयान अमेरिका-भारत संबंधों पर एक चर्चा के दौरान दिया।

सीनेटर हेगर्टी ने कहा कि चीन ने गोलियां न चलाकर एक इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हथियार से हमला किया। उन्होंने दावा किया कि इस हमले के कारण भारतीय सैनिक सचमुच पिघलने लगे थे। यह घटना 2020 में गलवान घाटी में हुए सीमा संघर्ष के दौरान की बताई जा रही है।

तस्वीरों ने बढ़ाई चिंता

हेगर्टी का यह बयान एक संवेदनशील समय पर आया है। हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजिंग में एक शिखर सम्मेलन में भाग लिया। वहां चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी तस्वीरें सामने आईं। इन तस्वीरों ने वाशिंगटन के कुछ हलकों में चिंता पैदा की है।

यह भी पढ़ें:  ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना प्रमुख ने खुलासा किया, पाकिस्तान को 100 से अधिक सैनिकों की हुई मौत

सीनेटर हेगर्टी ने इस मुलाकात के दृश्यों पर हो रही चर्चा की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंध सिर्फ एक फोटो अवसर से कहीं ज्यादा हैं। उन्होंने भारत और चीन के बीच मौजूद गहरे अविश्वास को नजरअंदाज न करने की सलाह दी।

पुराना है विवाद

उन्होंने याद दिलाया कि चीन और भारत के बीच शिकायतों का एक लंबा इतिहास रहा है। हेगर्टी ने कहा कि सार्वजनिक कूटनीति के पीछे दोनों देशों की प्रतिद्वंद्विता को छिपाया नहीं जा सकता। चीनी मीडिया ने 2020 में माइक्रोवेव हथियारों के इस्तेमाल का दावा किया था।

चीनी सरकारी मीडिया ने तब कहा था कि भारतीय सैनिकों को विवादित इलाकों से हटाने के लिए गैर-घातक हथियार इस्तेमाल किए गए। लेकिन न तो भारत और न ही चीन ने ऐसे किसी हथियार के इस्तेमाल की आधिकारिक तौर पर पुष्टि की थी।

यह भी पढ़ें:  बलरामपुर रेप केस: दिव्यांग युवती के साथ किया सामूहिक बलात्कार, दो आरोपी एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार

पुष्टि का अभाव

सीनेटर हेगर्टी के “पिघलाने” वाले दावे की पुष्टि किसी भी सार्वजनिक सैन्य रिकॉर्ड से नहीं होती है। स्वतंत्र स्रोतों ने भी इस तरह की किसी घटना की पुष्टि नहीं की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

भारत वर्तमान में एक जटिल कूटनीतिक संतुलन बना रहा है। देश अमेरिका के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत कर रहा है। साथ ही वह चीन के साथ अपने संबंधों को भी संतुलित करने की कोशिश कर रहा है। यह दावा regional security के मामले में एक गंभीर मुद्दा है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News