Faridabad News: क्या आप अपनी दुकान पर अनजान ग्राहकों से UPI Payment लेते हैं? अगर हां, तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है। एक छोटी सी लापरवाही आपका बैंक खाता फ्रीज करवा सकती है। फरीदाबाद पुलिस की जांच में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक बड़े UPI Payment फ्रॉड की जांच के चलते देशभर में करीब 36,000 बैंक खाते ब्लॉक कर दिए गए हैं। इनमें रेहड़ी-पटरी वालों से लेकर पेट्रोल पंप मालिक तक शामिल हैं, जिन्होंने अनजाने में ठगों से पैसे रिसीव किए थे।
4.43 करोड़ की ठगी और 36 हजार शिकार
फरीदाबाद के एनआईटी साइबर थाने में 24 अक्टूबर 2025 को 4.43 करोड़ रुपये की ठगी दर्ज हुई थी। पुलिस ने पैसे की ट्रेल (Money Trail) का पीछा किया। जांच में पता चला कि ठगी की रकम हजारों अलग-अलग खातों में ट्रांसफर हुई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ऐसे 36 हजार से ज्यादा खाते ब्लॉक करवा दिए। इनमें से अधिकतर लोग बेकसूर हैं। उन्होंने केवल अपना सामान बेचा था और बदले में UPI Payment लिया था, लेकिन अब वे अपने ही पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं।
मुंबई के सुधीर की आपबीती
मुंबई के अंधेरी वेस्ट में दुकान चलाने वाले सुधीर इस मुसीबत का जीता-जागता उदाहरण हैं। एक अनजान शख्स ने उनकी दुकान से सामान लिया और 826 रुपये का UPI Payment कर दिया। कुछ दिन बाद सुधीर का खाता बंद हो गया। बैंक ने बताया कि यह पैसा ठगी का था। पुलिस जांच में सुधीर निर्दोष निकले, लेकिन डेढ़ महीने बाद भी उनका खाता नहीं खुला है। उनकी दुकानदारी पूरी तरह प्रभावित हो गई है।
हेल्पलाइन 1930 का सिस्टम
एनआईटी थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि UPI Payment फ्रॉड होने पर पीड़ित 1930 पर कॉल करते हैं। इसके बाद सिस्टम उन सभी खातों को संदिग्ध मानकर फ्रीज कर देता है, जहां-जहां पैसा गया है। यही वजह है कि यूपी, बिहार, और दिल्ली समेत कई राज्यों के निर्दोष दुकानदार फंस गए हैं। एक दुकानदार को यह पता लगाना मुश्किल होता है कि UPI Payment करने वाला व्यक्ति ठग है या आम ग्राहक।
9 गिरफ्तार, मंत्रालय को लिखा पत्र
पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में हिमांशु, आरिश और सुशील शामिल हैं। हालांकि, हजारों निर्दोष लोगों की परेशानी को देखते हुए पुलिस ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है। कई पीड़ित अपना खाता खुलवाने के लिए हाई कोर्ट की शरण ले रहे हैं। फिलहाल, अनजान लोगों से UPI Payment लेते समय सतर्कता बरतना ही एकमात्र उपाय है।
