Uttar Pradesh News: यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को मऊ की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। यह कार्रवाई 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के मामले में हुई है। राजभर के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट में यह मामला लंबे समय से चल रहा था।
मामले की पृष्ठभूमि
17 मई 2019 को मऊ के हलधरपुर थाने में आचार संहिता उल्लंघन का मामला सामने आया था। तत्कालीन उड़न दस्ते के प्रभारी रुद्रभान पाण्डेय की शिकायत पर 18 मई 2019 को केस दर्ज किया गया था। राजभर पर आरोप था कि उन्होंने चुनावी नियमों का उल्लंघन किया।
अदालत ने जारी किया था वारंट
पिछले कई सालों से चल रहे इस मामले में राजभर कई बार अदालत में पेश नहीं हुए। इसके बाद अदालत ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया था। सोमवार को राजभर ने स्वेच्छा से अदालत में आत्मसमर्पण किया और कानूनी प्रक्रिया का पालन किया।
राजभर का बयान
अदालत पहुंचने से पहले राजभर ने मीडिया से बातचीत में कहा, “कानून का पालन करना हर नागरिक का कर्तव्य है। मैं भी एक आम नागरिक की तरह कानून का सम्मान करने यहां आया हूं।” फिलहाल वह जमानत के इंतजार में अदालत परिसर में मौजूद हैं।
आगे की कार्यवाई
इस मामले में अदालत ने राजभर के आत्मसमर्पण को स्वीकार किया है। अब आगे की कार्यवाई का इंतजार है। यह मामला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
