Health News: अनप्रोटेक्टेड यौन संबंध के बाद मन में घबराहट स्वाभाविक है। गर्भावस्था का डर कई लोगों को सताता है। इस स्थिति में सही जानकारी और समझदारी से कदम उठाना जरूरी होता है। डॉक्टर मनन वोरा ने हाल में एक वीडियो के जरिए इस पर जानकारी दी। उनके अनुसार इस विषय पर शर्म नहीं, समझदारी जरूरी है। यहां जानिए ऐसे ही छह महत्वपूर्ण कदम।
पहला और सबसे जरूरी कदम है अपने मासिक धर्म चक्र को समझना। गर्भधारण का जोखिम चक्र के समय पर निर्भर करता है। पीरियड्स के ठीक पहले या दौरान संबंध बनाने से जोखिम कम रहता है। वहीं चक्र के ग्यारहवें से सोलहवें दिन का समय सबसे संवेदनशील माना जाता है। इस दौरान गर्भ ठहरने की संभावना सबसे अधिक होती है।
आपातकालीन गर्भनिरोधक विकल्प
यदिजोखिम अधिक लगता है तो आपातकालीन गोलियां एक विकल्प हैं। इन्हें मॉर्निंग आफ्टर पिल भी कहते हैं। ये गोलियां ओव्यूलेशन से पहले लेने पर ही प्रभावी होती हैं। चौबीस घंटे के भीतर लेने पर इनकी प्रभावकारिता पंचानवे प्रतिशत तक रहती है। कुछ गोलियां पांच दिनों तक भी ली जा सकती हैं।
कॉपर आईयूडी भी एक अत्यधिक प्रभावी आपातकालीन उपाय है। इसे अनचाहे संबंध के पांच दिनों के भीतर लगवाना चाहिए। इसकी सफलता दर निन्यानवे प्रतिशत से भी अधिक बताई जाती है। इसके लिए तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है। यह एक दीर्घकालिक गर्भनिरोधक विधि भी बन सकती है।
गर्भावस्था परीक्षण का सही समय
घटनाके तुरंत बाद परीक्षण करने से सही परिणाम नहीं मिलते। इसके लिए थोड़ा इंतजार करना जरूरी होता है। यदि मासिक धर्म में देरी हो जाए तो घर पर ही प्रेगनेंसी किट से परीक्षण किया जा सकता है। अधिक सटीक और शीघ्र परिणाम के लिए बीटा एचसीजी रक्त परीक्षण करवाया जा सकता है। यदि परिणाम स्पष्ट न हो तो परीक्षण दोहराना चाहिए।
यदि परीक्षण का परिणाम सकारात्मक आए तो घबराना नहीं चाहिए। इस स्थिति में सबसे पहले किसी योग्य स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए। चिकित्सकीय गर्भपात एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। यह प्रक्रिया समय के प्रति बहुत संवेदनशील होती है। इसलिए डॉक्टर से परामर्श में किसी भी प्रकार की देरी उचित नहीं है।
भविष्य के लिए सतर्कता
भविष्य मेंऐसी समस्या से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। अनचाहे गर्भ और यौन संचारित रोगों से बचाव के लिए कंडोम का उपयोग अवश्य करें। अपने साथी के साथ इस विषय पर खुलकर बातचीत करनी चाहिए। सही जानकारी और सावधानी ही सबसे बेहतर बचाव है।
