New Delhi News: उन्नाव रेप केस में दोषी कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत मिलने पर कांग्रेस (Congress) ने कड़ा विरोध जताया है। दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में सेंगर की उम्रकैद की सजा पर रोक लगाते हुए उसे जमानत दी है। इस फैसले के बाद कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से पीड़िता के समर्थन में उतर आई है। पार्टी नेताओं ने साफ कर दिया है कि जब तक पीड़िता को पूरा न्याय नहीं मिल जाता, कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी।
सीबीआई की भूमिका पर संदेह
कांग्रेस की महिला विंग की अध्यक्ष अलका लांबा ने जांच एजेंसी पर तीखे हमले किए हैं। उनका कहना है कि कुलदीप सेंगर को जमानत मिलना सीबीआई की कमजोर पैरवी का नतीजा है। अलका लांबा ने कहा कि पीड़िता अब खुले तौर पर सीबीआई और हाई कोर्ट के जजों पर सवाल उठा रही है। यह एक गंभीर मामला है। कांग्रेस ने इसे अस्वीकार्य बताते हुए पीड़िता की हर संभव मदद करने का भरोसा दिया है।
राहुल गांधी का समर्थन और कानूनी मदद
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने बताया कि राहुल गांधी पीड़िता के परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी चाहे कितना भी ताकतवर क्यों न हो, पार्टी उसे सजा दिलाकर रहेगी। कांग्रेस पीड़िता को कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए पूरी सहायता देगी। सुरेंद्र राजपूत ने जोर देकर कहा कि न्याय मिलने तक कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा।
न्याय प्रक्रिया पर उठ रहे सवाल
सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी इस मामले में अपनी चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अगर न्याय प्रक्रिया अन्याय की ओर बढ़ती है, तो इसका पूरी दुनिया में गलत संदेश जाएगा। देश का हर नागरिक चाहता है कि उन्नाव की बेटी को इंसाफ मिले। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि ऐसे फैसलों से पीड़ित परिवारों का मनोबल टूटता है।
क्या है पूरा मामला?
साल 2017 के इस चर्चित रेप केस में पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को उम्रकैद की सजा मिली थी। लेकिन दिल्ली हाई कोर्ट ने हाल ही में सजा को सस्पेंड करते हुए उन्हें जमानत दे दी। इस फैसले के बाद से ही सियासी हलकों में भूचाल आ गया है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल अब इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
