Himachal News: ऊना जिले के मैहतपुर में बिजली कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान गुरप्रीत उर्फ चंदन के रूप में हुई है। वह बिजली बोर्ड के ठेकेदार के साथ काम करता था। यह हादसा बिजली की लाइनों पर काम करने के दौरान हुआ।
पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। एसपी अमित यादव ने बताया कि मृतक के साथी राजिंद्र कुमार ने शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार दोनों छह वर्षों से बिजली की लाइनें जोड़ने और खोलने का काम कर रहे थे। हादसे के समय उनके पास कोई सुरक्षा उपकरण नहीं था।
हादसे का क्रम
मंगलवार को गुरप्रीत और उसके साथी मैहतपुर में ग्यारह हजार केवी लाइन की मरम्मत पर पहुंचे। बिजली विभाग के फोरमैन कुलवीर ने उन्हें बिजली कटौती का परमिट दिया। इसके बाद गुरप्रीत बिजली के खंभे पर चढ़कर काम शुरू किया। वह प्लास से लाइनें काट रहा था।
अचानक लाइन में करंट आ गया और गुरप्रीत करंट की चपेट में आ गया। वह करीब चालीस से पचास सेकंड तक करंट से जलता रहा। इसके बाद वह खंभे से नीचे गिर गया। ठेकेदार और फोरमैन ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया।
उपचार और मौत
गुरप्रीत को पहले क्षेत्रीय अस्पताल ऊना ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया। चंडीगढ़ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने करंट लगने से मौत की पुष्टि की।
मृतक गुरप्रीत अशोक कुमार का पुत्र था और पालकवाह का निवासी था। उसके परिवार वाले इस हादसे से सदमे में हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। लापरवाही के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
सुरक्षा उपकरणों की कमी
शिकायत में खुलासा हुआ कि बिजली विभाग और ठेकेदार ने कर्मचारियों को कोई सुरक्षा उपकरण नहीं दिए। कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा के खतरनाक काम कर रहे थे। हादसा बिजली की तारों में अचानक करंट आने से हुआ।
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि लाइन में करंट कैसे आया। जांच में पता चलेगा कि यह किसकी लापरवाही से हुआ। पुलिस सभी जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। ठेकेदार और बिजली विभाग के अधिकारियों से पूछताछ होगी।
पुलिस की कार्रवाई
एसपी अमित यादव ने बताया कि मैहतपुर थाने में मामला दर्ज किया गया है। विभिन्न धाराओं के तहत नामालूम व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। पुलिस हादसे के कारणों और जिम्मेदारों का पता लगा रही है। सभी संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जाएगी।
पुलिस बिजली विभाग के रिकॉर्ड की जांच करेगी। कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने में हुई लापरवाही की जांच होगी। परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरी कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिजनों से भी बातचीत की जा रही है।
