Budapest News: यूक्रेन और हंगरी के बीच तनाव नए सिरे से बढ़ गया है। हंगरी ने यूक्रेन पर द्रुज्बा तेल पाइपलाइन को नष्ट करने का आरोप लगाया है। यह पाइपलाइन रूस से हंगरी को सीधे तेल की आपूर्ति करती है और देश की ऊर्जा जरूरतों के लिए महत्वपूर्ण है। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने यूक्रेन पर सीधे तौर पर आरोप लगाए हैं।
हंगरी के प्रतिबंध
हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने कहा कि पाइपलाइन हमले के जवाब में उन्होंने यूक्रेनी सैन्य इकाई के कमांडर पर प्रतिबंध लगाया है। यह प्रतिबंध हंगरी और पूरे शेंगेन क्षेत्र में प्रवेश पर लागू होगा। सिज्जार्टो ने इसे हंगरी की संप्रभुता पर हमला बताया जिसने ऊर्जा सुरक्षा को खतरे में डाल दिया।
यूक्रेन की प्रतिक्रिया
यूक्रेन के विदेश मंत्री एंड्री सिबिहा ने हंगरी के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि रूसी आक्रमण के बाद ऐसे बयान देना बेशर्मी है। सिबिहा ने टिप्पणी की कि अगर रूसी पाइपलाइन यूक्रेनी बच्चों से ज्यादा महत्वपूर्ण है तो यह नैतिक पतन है। उन्होंने हंगरी को इतिहास के गलत पक्ष पर खड़ा बताया।
सैन्य कमांडर का बयान
यूक्रेन के ड्रोन कमांडर रॉबर्ट ब्रोव्डी पर हंगरी ने प्रतिबंध लगाए हैं। ब्रोव्डी हंगेरियन मूल के हैं और उन्होंने हमलों की जिम्मेदारी स्वीकार की थी। उन्होंने अपने टेलीग्राम चैनल पर हंगरी के नेताओं को कड़ा जवाब देते हुए अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया। ब्रोव्डी ने रूसी सैनिकों को वापस जाने का आदेश दिया।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
हंगरी ने यूक्रेन की यूरोपीय संघ सदस्यता का विरोध किया है। प्रधानमंत्री ओरबान ने कहा कि यूक्रेन ईंधन मार्गों पर बमबारी करके यूरोपीय संघ में प्रवेश नहीं कर सकता। हंगरी रूसी तेल और गैस पर निर्भरता बनाए रखने वाला यूरोपीय संघ का एकमात्र सदस्य देश है। इस मामले में हंगरी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से भी शिकायत की है।
ऊर्जा सुरक्षा चिंता
द्रुज्बा पाइपलाइन हंगरी और स्लोवाकिया की ऊर्जा आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है। हंगरी का कहना है कि यह हमला रूस से ज्यादा उन्हें नुकसान पहुंचाता है। विदेश मंत्री सिज्जार्टो ने स्पष्ट किया कि यह उनका युद्ध नहीं है और उन्हें इसमें शामिल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने यूक्रेन से उकसाना बंद करने को कहा।
