World News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के दौरान अमेरिका द्वारा यूक्रेन को टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें देने की संभावना पर चर्चा हो सकती है। यह मिसाइलें युद्ध की स्थिति को पूरी तरह बदल सकती हैं।
यह मुलाकात ट्रंप की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई सकारात्मक फोन वार्ता के बाद हो रही है। दोनों नेताओं ने यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों पर चर्चा की थी। ट्रंप ने युद्ध की समाप्ति को अपनी विदेश नीति का शीर्ष लक्ष्य बताया है।
टॉमहॉक मिसाइलों पर तनाव
ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि अमेरिका के पास बहुत सारे टॉमहॉक मिसाइल हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि वे अपने देश की सुरक्षा से समझौता नहीं कर सकते। ट्रंप की यह टिप्पणी पुतिन की चेतावनी के बाद आई। पुतिन ने कहा था कि टॉमहॉक की आपूर्ति से अमेरिका-रूस संबंधों को नुकसान होगा।
जेलेंस्की को उम्मीद है कि अमेरिका उन्हें टॉमहॉक मिसाइलें प्रदान करेगा। इस सप्ताह की शुरुआत में उन्होंने कहा कि रूस को डर है कि अमेरिका यूक्रेन को ये मिसाइलें दे सकता है। जेलेंस्की का मानना है कि इस तरह का दबाव शांति प्रक्रिया के लिए फायदेमंद हो सकता है।
कूटनीतिक प्रयास और शांति वार्ता
ट्रंप जल्द ही बुडापेस्ट में पुतिन से मिलने की योजना बना रहे हैं। यह मुलाकात शांति प्रस्तावों पर चर्चा के लिए होगी। मास्को द्वारा हमले तेज करने और यूक्रेन द्वारा अधिक उन्नत हथियारों की मांग के बीच यह वार्ता महत्वपूर्ण है। टॉमहॉक मिसाइलों की संभावित आपूर्ति ने क्रेमलिन की चिंता बढ़ा दी है।
टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें अमेरिकी रक्षा क्षमता का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। रेथियॉन कंपनी ने 1970 के दशक में इन्हें विकसित किया था। ये मिसाइलें अपनी लंबी रेंज और सटीकता के लिए जानी जाती हैं। इराक, लीबिया और सीरिया में इनका सफलतापूर्वक उपयोग किया जा चुका है।
युद्ध पर संभावित प्रभाव
यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें मिलने से रूस के लिए नई चुनौतियां पैदा हो सकती हैं। क्रेमलिन नहीं चाहता कि अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें प्रदान करे। यूक्रेनी सेना की क्षमता में वृद्धि हो सकती है। युद्ध के मैदान में संतुलन बदल सकता है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस विकास को गंभीरता से देख रहा है। यूक्रेन संघर्ष में अमेरिकी हस्तक्षेप की डिग्री बढ़ सकती है। पश्चिमी देश रूस पर दबाव बनाने के लिए नए उपाय ढूंढ रहे हैं। शांति वार्ता की प्रक्रिया जटिल हो सकती है।
