Rajasthan News: विवादों में रही फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ आज रिलीज हो गई। यह फिल्म उदयपुर में 2022 में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या की कहानी दिखाती है। हाईकोर्ट ने रिलीज पर रोक हटाई। थिएटर में एक सीट कन्हैया लाल की याद में खाली रखी गई। उनके बेटे यश साहू ने कहा कि फिल्म सच्चाई दिखाती है और आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता बढ़ाती है।
फिल्म रिलीज और विवादों का सफर
‘उदयपुर फाइल्स’ लंबे समय से चर्चा में थी। कई समूहों ने इसका विरोध किया। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। कोर्ट ने रिलीज की अनुमति दी। फिल्म 2022 में उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की हत्या पर आधारित है। इसे सेंसर बोर्ड ने मंजूरी दी। फिल्म का उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाना है। यश साहू ने कहा कि यह किसी धर्म का विरोध नहीं करती।
थिएटर में खाली सीट का महत्व
फिल्म की स्क्रीनिंग में एक सीट खाली रखी गई। यह सीट कन्हैया लाल की याद में थी। उनकी तस्वीर सीट पर रखी गई। यश साहू ने बताया कि उनकी मां भावनात्मक रूप से परेशान हैं। वे फिल्म नहीं देख पाएंगी। फिर भी, पिता की याद में यह सीट रखी गई। यश ने इसे भावुक क्षण बताया। उन्होंने लोगों से फिल्म देखने की अपील की।
कन्हैया लाल के बेटे का बयान
यश साहू ने फिल्म को परिवार के लिए खास बताया। उन्होंने कहा कि यह किसी समुदाय के खिलाफ नहीं है। फिल्म सच्चाई को सामने लाती है। यह आतंकवाद की जड़ों को उजागर करती है। यश ने लोगों से कहा कि वे इसे देखें। उन्होंने 28 जून, 2022 की घटना को समझने की बात कही। उनका कहना था कि फिल्म भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाती।
उदयपुर फाइल्स की कहानी
फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ उदयपुर की सनसनीखेज घटना पर आधारित है। 2022 में कन्हैया लाल की हत्या ने देश को झकझोर दिया था। फिल्म इस घटना को दर्शाती है। यह आतंकवाद के खिलाफ संदेश देती है। यश साहू ने कहा कि यह कोई धार्मिक विवाद नहीं पैदा करती। फिल्म का लक्ष्य लोगों को जागरूक करना है। यह समाज में सकारात्मक संदेश देने की कोशिश करती है।
हाईकोर्ट का फैसला और रिलीज
हाईकोर्ट ने फिल्म की रिलीज को हरी झंडी दी। कई संगठनों ने इसका विरोध किया था। कोर्ट ने सभी दलीलें सुनने के बाद रोक हटाई। सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म को पास किया। रिलीज के बाद दर्शकों की प्रतिक्रिया मिल रही है। यश साहू ने लोगों से इसे देखने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म सच्चाई को सामने लाती है।
