Afghanistan News: काबुल में 17 जुलाई को पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और अफगानिस्तान ने UAP रेलवे परियोजना के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह परियोजना उज्बेकिस्तान के नैबाबाद से पाकिस्तान के खारलाची तक रेल लिंक बनाएगी। पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने इसे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के लिए महत्वपूर्ण बताया। हस्ताक्षर समारोह में तालिबान नेतृत्व और दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने हिस्सा लिया। यह परियोजना 2023 में तय रोडमैप का हिस्सा है।
परियोजना का रास्ता और महत्व
UAP रेलवे परियोजना उज्बेकिस्तान के तरमिज से शुरू होगी। यह अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ और लोगार से होकर गुजरेगी। फिर खैबर पख्तूनख्वा के खारलाची बॉर्डर से पाकिस्तान में प्रवेश करेगी। यह रेल लिंक मध्य एशियाई देशों को पाकिस्तानी बंदरगाहों से जोड़ेगा। परियोजना से व्यापार और पारगमन में तेजी आएगी। तीनों देशों का मानना है कि यह क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा। परियोजना की लागत 7 अरब डॉलर से अधिक अनुमानित है।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने कहा कि यह परियोजना मध्य एशिया और दक्षिण एशिया के बीच व्यापारिक दूरी कम करेगी। सिल्क रूट पर स्थित उज्बेकिस्तान को पाकिस्तानी बंदरगाहों से जोड़कर यह क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़ावा देगी। डार ने उज्बेकिस्तान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों का समर्थन के लिए आभार जताया। परियोजना से अफगान निर्यात को नए बाजार और पारगमन आय मिलेगी। यह क्षेत्रीय स्थिरता को भी बढ़ाएगा।
तालिबान के साथ सहयोग
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच वर्षों से तनाव रहा है। फिर भी इस परियोजना पर सहमति महत्वपूर्ण है। काबुल में तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने बैठक की मेजबानी की। डार के साथ पाकिस्तान के रेल मंत्री हानिफ अब्बासी भी मौजूद थे। तीनों देशों ने 2021 में इस परियोजना का रोडमैप बनाया था, लेकिन तालिबान के सत्ता में आने से देरी हुई। अब यह रेलवे परियोजना गति पकड़ रही है।
