Gaza News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास के लिए एक नया अल्टीमेटम जारी किया है। उन्होंने कहा है कि हमास को गाजा शांति योजना को तुरंत स्वीकार करना चाहिए। ट्रंप ने चेतावनी दी है कि वह किसी भी तरह की देरी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने हमास से कहा है कि रविवार शाम 6 बजे तक का समय उनके पास इस योजना को मानने के लिए है। इस समझौते में इजरायल और हमास दोनों को शामिल किया जाएगा।
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट लिखकर अपनी बात रखी। उन्होंने इजरायल का आभार जताया जिसने बंधकों की रिहाई और शांति प्रक्रिया को मौका देने के लिए बमबारी रोकी है। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि हमास को तुरंत कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी देरी स्वीकार्य नहीं होगी। ट्रंप ने यह भी आश्वासन दिया कि समझौते के दौरान सभी के साथ उचित व्यवहार किया जाएगा।
ट्रंप की चेतावनी के मुख्य बिंदु
ट्रंप ने हमास के सामने दो स्पष्ट विकल्प रखे हैं। पहला विकल्य है कि हमास लड़ाई बंद कर दे और हथियार डाल दे। दूसरा विकल्प उनके अनुसार सभी उम्मीदों के खत्म होने का है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह हमास के लिए आखिरी मौका है। ट्रंप ने यह भी कहा कि किसी न किसी तरह से शांति स्थापित होकर रहेगी। उनका मानना है कि इस योजना से गाजा में स्थायी शांति मिल सकेगी।
इस अल्टीमेटम का संदर्भ गाजा शहर में हुए ताजा हवाई हमले से जुड़ा है। फिलिस्तीनी मीडिया के अनुसार इस हमले में दस लोगों की मौत हुई। हालांकि इजरायल रक्षा बलों ने इस पहचान हमले पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। द टाइम्स ऑफ इजरायल ने सैन्य सूत्रों के हवाले से बताया कि आईडीएफ एक रक्षात्मक अभियान चला रहा है।
गाजा में बदलती स्थिति
गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई की गति में कमी देखी गई है। अल-शिफा अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सेल्मिया ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इजरायली हमले काफी कम हो गए हैं। यह बदलाव उस समय आया है जब गाजा शहर के लोगों को हफ्तों तक खाली करने के आदेश दिए गए थे। इजरायल ने हमास के खिलाफ जमीनी हमले जारी रखे थे।
इजरायल ने गाजा पट्टी में अपने आक्रमण को रोक दिया है। यह कदम बंधकों की रिहाई और शांति वार्ता के मद्देनजर उठाया गया प्रतीत होता है। सैन्य विश्लेषकों का मानना है कि यह एक रणनीतिक विराम हो सकता है। इससे दोनों पक्षों के बीच बातचीत के लिए एक मौका बन सकता है। हालांकि स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।
गाजा शांति योजना की मुख्य बातें
यह शांति योजना 20 सूत्रीय है। इसमें सबसे पहले गाजा में युद्ध तुरंत बंद करने की बात कही गई है। इसके लिए इजरायल और हमास दोनों को शर्तें माननी होंगी। योजना के अनुसार बंधकों की रिहाई के साथ ही इजरायली सेना पीछे हटना शुरू कर देगी। हमास के पास इजरायल की स्वीकृति मिलने के 72 घंटे के भीतर सभी बंदियों को रिहा करना होगा।
इस समझौते के बदले में इजरायल 7 अक्टूबर 2023 से पकड़े गए फिलिस्तीनी बंधकों और कैदियों को रिहा करेगा। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। ये लोग तब पकड़े गए थे जब हमास ने इजरायल पर हमला किया था। इस गाजा पीस प्लान की रूपरेखा डोनाल्ड ट्रंप ने स्वयं पेश की है। वह पिछले दो साल से इस युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों पर दबाव बना रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएं
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब हमास के अगले कदम पर टिकी हैं। ट्रंप द्वारा दिए गए अल्टीमेटम का जवाब हमास को जल्द ही देना होगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह समझौता पूरे क्षेत्र की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। दोनों पक्षों के बीच विश्वास की कमी इस प्रक्रिया में सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।
इजरायली सरकार ने अभी तक ट्रंप की इस नई चेतावनी पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हमास नेता भी अब तक इस मामले पर सार्वजनिक रूप से बोलने से परहेज कर रहे हैं। ऐसे में अगले 24 से 48 घंटे इस पूरे मामले की दिशा तय करने में निर्णायक साबित होंगे। स्थानीय निवासी शांति के लिए तरस रहे हैं।
