शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

ट्रंप-शी मुलाकात: जानें क्या ट्रेड वॉर में आएगा बड़ा मोड़, और टैरिफ होंगे कम!

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South Korea News: दक्षिण कोरिया के बुसान में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ऐतिहासिक मुलाकात शुरू हो गई। यह दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच चल रहे व्यापार युद्ध को शांत करने का मौका है। दोनों नेताओं ने सकारात्मक संकेत दिए। ट्रंप ने इसे शानदार बताया। रेयर अर्थ मिनरल्स और सोयाबीन पर सहमति बनी। वैश्विक बाजारों में उत्साह है। यह मुलाकात 2019 के बाद पहली आमने-सामने की है।

ट्रंप और शी की बैठक एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के साइडलाइन पर हुई। दोनों ने हाथ मिलाया। ट्रंप ने कहा कि यह बैठक बहुत सफल होगी। उन्होंने शी को कठोर वार्ताकार कहा। फिर भी, दोनों के बीच पुराने संबंधों का जिक्र किया। शी ने सहमति पर जोर दिया। यह मुलाकात व्यापारिक तनाव कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, टैरिफ में कटौती पर बात हुई।

ट्रंप ने जिनपिंग के बारे में क्या कहा?

ट्रंप ने मुलाकात से पहले पत्रकारों से कहा। उन्होंने शी को एक महान नेता बताया। हम एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं। हमारे संबंध हमेशा मजबूत रहे। यह अच्छी बात है। ट्रंप ने कहा कि शी बहुत सख्त हैं। लेकिन यह चुनौती रोमांचक है। सीएनएन की खबर में ट्रंप के ये शब्द दर्ज हैं। उन्होंने बैठक को 10 में से 12 अंक दिए। यह उनकी उत्साह की निशानी है। वैश्विक निवेशक इन बयानों पर नजर रखे हुए हैं।

बैठक के दौरान ट्रंप ने फिर दोहराया। लंबे समय बाद एक दोस्त से मिलना सम्मानजनक है। शी एक प्रतिष्ठित नेता हैं। हम कई मुद्दों पर सहमत हो चुके। कुछ और पर भी सहमति बनेगी। हमारे बीच लंबे समय तक अच्छे संबंध रहेंगे। बीबीसी न्यूज ने इस बयान को प्रमुखता दी। ट्रंप ने शी का स्वागत किया। यह मित्रता का संदेश देता है। व्यापार युद्ध के बीच यह सकारात्मक कदम है।

शी जिनपिंग के बयान क्या रहे?

शी जिनपिंग ने ट्रंप से कहा। आपसे मिलकर खुशी हुई। कई साल बीत गए। हमने तीन बार फोन पर बात की। पत्रों का आदान-प्रदान हुआ। निकट संपर्क बने रहे। हमारे मार्गदर्शन में संबंध स्थिर रहे। विभिन्न परिस्थितियों के कारण मतभेद सामान्य हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने शी के इन शब्दों को हाइलाइट किया। उन्होंने कहा कि दुनिया की दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मतभेद स्वाभाविक हैं।

शी ने आगे कहा। मैंने कई बार सार्वजनिक रूप से कहा। चीन और अमेरिका साझेदार बने रहें। इतिहास यही सिखाता है। हम जिम्मेदारियां निभाएं। दोनों देशों और दुनिया के लिए अच्छा करें। गार्जियन की रिपोर्ट में शी का यह बयान प्रमुख है। उन्होंने सहयोग पर जोर दिया। मतभेदों को सुलझाने की बात की। यह लंबी साझेदारी का संकेत है। वैश्विक शांति के लिए महत्वपूर्ण है।

बैठक से पहले मिले संकेत क्या थे?

मुलाकात से पहले अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिए। ट्रंप 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी से पीछे हट सकते हैं। चीन ने रेयर अर्थ मिनरल्स पर निर्यात नियंत्रण में ढील देने का इशारा किया। सोयाबीन खरीदने को तैयार है। दक्षिण कोरिया जाते समय ट्रंप ने कहा। फेंटेनाइल पर लगाए टैरिफ कम हो सकते हैं। रॉयटर्स ने इसकी पुष्टि की। यह सकारात्मक माहौल बनाता है।

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ट्रंप एयर फोर्स वन में सवार थे। उन्होंने पत्रकारों से बात की। इस साल की शुरुआत में चीन पर फेंटेनाइल के लिए टैरिफ लगे। अब कम करने पर विचार है। अल जजीरा की खबर में ट्रंप का यह बयान है। चीन ने भी सहमति जताई। रेयर अर्थ पर एक साल का समझौता संभव। यह व्यापार युद्ध को रोक सकता है। वैश्विक अर्थव्यवस्था को राहत मिलेगी।

ताइवान मुद्दे पर चर्चा क्यों नहीं?

हाल ही में कुआलालंपुर में अमेरिका और चीन के अधिकारियों की मुलाकात हुई। चीनी व्यापार वार्ताकार ली चेंगगांग ने कहा। शुरुआती सहमति बनी। अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने पुष्टि की। यह सफल रूपरेखा है। ट्रंप ने संकेत दिया। ताइवान सुरक्षा पर कोई योजना नहीं। सीएनएन ने इसकी रिपोर्ट की। बैठक में ताइवान का जिक्र नहीं आया।

ट्रंप ने कहा। हम व्यापार पर फोकस करेंगे। ताइवान को अलग रखा। यह रणनीतिक फैसला है। बीबीसी की खबर में बेसेंट के शब्द हैं। रूपरेखा मजबूत है। ली ने भी सहमति की बात कही। यह व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा। ताइवान पर तनाव कम रहेगा। दोनों देशों के लिए फायदेमंद है।

मुलाकात कब और क्यों महत्वपूर्ण?

यह मुलाकात 30 अक्टूबर 2025 को बुसान के गिम्हाए एयर बेस पर हुई। 2019 के बाद पहली आमने-सामने की है। ओसाका जी20 के बाद यह दूसरी बार। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे ऐतिहासिक बताया। अमेरिका-चीन संबंधों की दिशा तय करेगी। जटिल व्यापारिक संबंध सुलझ सकते हैं। वैश्विक स्थिरता बनेगी।

बैठक एक घंटे 40 मिनट चली। ट्रंप ने इसे शानदार कहा। शी ने सहयोग पर जोर दिया। रॉयटर्स की रिपोर्ट में सहमति के बिंदु हैं। टैरिफ कटौती, सोयाबीन खरीद, रेयर अर्थ निर्यात। फेंटेनाइल पर सख्ती। यह कदम वैश्विक बाजारों को स्थिर करेगा। दोनों नेताओं की यह मुलाकात भविष्य के लिए आधार बनेगी।

व्यापार युद्ध का पृष्ठभूमि

अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध 2025 में तेज हुआ। ट्रंप ने टैरिफ बढ़ाए। चीन ने जवाबी कार्रवाई की। रेयर अर्थ पर नियंत्रण लगाया। सोयाबीन आयात रोका। सीएनबीसी ने इसकी विस्तृत रिपोर्ट दी। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई। निवेशक चिंतित थे। लेकिन कुआलालंपुर वार्ता ने राह दिखाई।

ट्रंप ने 100 प्रतिशत टैरिफ की धमकी दी। चीन ने रेयर अर्थ पर पाबंदी लगाई। यह तकनीकी उत्पादों को प्रभावित करता। गार्जियन ने चेतावनी दी। वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान। लेकिन बुसान मुलाकात ने उम्मीद जगाई। सहमति के संकेत मिले। यह युद्ध को समाप्त करने का रास्ता है।

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टैरिफ कटौती पर सहमति

ट्रंप ने कहा। फेंटेनाइल से जुड़े टैरिफ 20 से 10 प्रतिशत हो जाएंगे। कुल टैरिफ 57 से 47 प्रतिशत। रॉयटर्स ने पुष्टि की। चीन फेंटेनाइल पर सख्त कार्रवाई करेगा। सोयाबीन खरीद तुरंत शुरू। बड़ी मात्रा में अमेरिकी उत्पाद आएंगे। अल जजीरा की खबर में ट्रंप के शब्द हैं।

यह कदम अमेरिकी किसानों को राहत देगा। चीन की मांग पूरी होगी। रेयर अर्थ पर एक साल का समझौता। निर्यात बिना रुकावट। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे सकारात्मक बताया। वैश्विक बाजार चढ़े। निवेशकों का भरोसा बढ़ा। यह व्यापारिक संतुलन बहाल करेगा।

रेयर अर्थ मिनरल्स पर क्या हुआ?

चीन ने रेयर अर्थ पर नियंत्रण कसे। अमेरिका पर निर्भरता बढ़ी। ट्रंप ने धमकी दी। लेकिन मुलाकात में सहमति बनी। एक साल के लिए निर्यात खुला। विस्तार संभव। बीबीसी ने चीन के वाणिज्य मंत्रालय का बयान छापा। नियंत्रण निलंबित। तकनीकी उद्योगों को फायदा।

रेयर अर्थ स्मार्टफोन से लेकर सैन्य उपकरणों में उपयोगी। अमेरिका को वैकल्पिक स्रोत चाहिए। लेकिन यह समझौता तत्काल राहत। सीएनएन की रिपोर्ट में विशेषज्ञों के विचार। यह आपूर्ति श्रृंखला मजबूत करेगा। दोनों देशों के हित सधेंगे। वैश्विक उत्पादन बढ़ेगा।

फेंटेनाइल और सोयाबीन पर समझौता

ट्रंप ने फेंटेनाइल को प्रमुख मुद्दा बताया। चीन ने वादा किया। अवैध व्यापार रोकेगा। टैरिफ कटौती इसका परिणाम। रॉयटर्स ने ट्रंप के बयान को उद्धृत किया। मजबूत कार्रवाई पर विश्वास। अमेरिकी मौतों में कमी आएगी। यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा।

सोयाबीन पर चीन ने खरीद फिर शुरू की। बड़ी मात्रा में अमेरिकी सोयाबीन आएंगे। किसानों को लाभ। सीएनबीसी ने आंकड़े दिए। पहले सात महीनों में 50 प्रतिशत गिरावट। अब रिकवरी। यह कृषि व्यापार को बढ़ावा देगा। दोनों देशों की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

भविष्य की योजनाएं

ट्रंप ने कहा। अप्रैल में चीन दौरा करेंगे। शी को अमेरिका आमंत्रित। नियमित संपर्क बने रहेंगे। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे नोट किया। जी20 और एपेक में समर्थन। सहयोग बढ़ेगा। शी ने कहा। विकास एक-दूसरे के साथ चले। अमेरिका को महान बनाने का विजन मेल खाता।

यह मुलाकात संबंधों को नई दिशा देगी। गार्जियन की रिपोर्ट में विशेषज्ञ। रणनीतिक विराम। लेकिन लंबे समय का आधार। तकनीक और सुरक्षा पर बात आगे। वैश्विक चुनौतियों का समाधान। दोनों नेता मजबूत दिखे। दुनिया की नजर बनी रही।

वैश्विक प्रभाव

मुलाकात के बाद बाजार चढ़े। एशियाई सूचकांक ऊपर। यूरोपीय फ्यूचर्स सकारात्मक। अल जजीरा ने निवेशकों के उत्साह को बताया। व्यापार युद्ध समाप्ति की उम्मीद। अमेरिका और चीन की अर्थव्यवस्था स्थिर। वैश्विक विकास तेज। लेकिन विशेषज्ञ सतर्क। स्थायी समझौता जरूरी।

ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध पर भी बात की। शी से रूस पर प्रभाव। सीएनएन ने इसे प्रमुख बताया। शांति प्रयास मजबूत। क्षेत्रीय मुद्दों पर सहयोग। यह बहुआयामी संबंध दर्शाता। बुसान मुलाकात इतिहास रचेगी। भविष्य उज्ज्वल लगता।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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