World News: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच एक बड़े युद्ध को रोका था। वाशिंगटन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि यह संघर्ष परमाणु स्तर तक पहुंच सकता था। उन्होंने व्यापारिक दबाव के जरिए दोनों देशों को 24 घंटे के भीतर झगड़ा सुलझाने को कहा था।
ट्रंप ने बताया पूरा घटनाक्रम
ट्रंप के मुताबिक, स्थिति बेकाबू हो रही थी और सात लड़ाकू विमान पहले ही गिराए जा चुके थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान से पूछा कि क्या वे व्यापार जारी रखना चाहते हैं। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर लड़ाई जारी रही तो अमेरिका कोई समझौता नहीं करेगा।
24 घंटे का अल्टीमेटम दिया
पूर्व राष्ट्रपति ने दावा किया कि उन्होंने दोनों पक्षों को मामला सुलझाने के लिए केवल 24 घंटे का समय दिया था। उनके इस दबाव के बाद दोनों देशों ने युद्ध रोक दिया। ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान ऐसी ही रणनीति से कई युद्ध रोकने का दावा किया है।
टैरिफ को बताया शक्तिशाली हथियार
ट्रंप ने व्यापार और टैरिफ को अपना मुख्य हथियार बताया। उन्होंने कहा कि वह देशों से कहते थे कि यदि वे लड़ेंगे तो अमेरिका उन पर सौ प्रतिशत टैरिफ लगा देगा। इस धमकी के कारण देश लड़ाई छोड़ देते थे। उन्होंने दावा किया कि इससे अरबों डॉलर का राजस्व भी मिला।
कोरिया के मुद्दे पर भी की चर्चा
कोरियाई राष्ट्रपति के साथ बैठक में ट्रंप ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ अपने संबंधों को अच्छा बताया। उन्होंने एक पुराना किस्सा सुनाया जब दक्षिण कोरिया में ओलंपिक के दौरान टिकट नहीं बिक रहे थे। लोगों को विस्फोट का डर था।
यूक्रेन-रूस युद्ध पर भी दिया बयान
ट्रंप ने यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता। उन्होंने आगे कहा कि अगले एक-दो हफ्तों में अगर स्थिति नहीं सुधरी तो वह खुद हस्तक्षेप कर सकते हैं।
