Vande Bharat Train in Bihar: बिहार में ट्रेन, ब्रिज से लेकर स्टेशन तक पूरे रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की सूरत बदलने वाली है. राज्य के 87 स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास लेवल का बनाया जाएगा. वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी. अटकी हुई परियोजना को अब जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा. क्योंकि इस बार रेल बजट में बिहार में रेलवे से जुड़े विकास कार्यों के लिए 8505 करोड़ रुपये का फंड दिया गया है. खास बात है कि यह राशि पूर्व बजट में दी गई राशि से 7 गुना ज्यादा है.
बिहार में रेलवे 1563 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ ओरा-दनियावां और बरबीघा-शेखपुरा के बीच न्यू रेलवे लाइन प्रोजेक्ट का निर्माण कर रहा है. रेल मंत्रालय के अनुसार यह प्रोजेक्ट 67.46% तक पूरा हो चुका है. इस लाइन से पटना-किउल मेनलाइन पर लोड कम करने में सुविधा मिलेगी.
बिहार में जल्द दौड़ेंगी वंदे भारत ट्रेन
पूरे देश में अपनी रफ्तार और सुविधाओं से धूम मचा रही वंदे भारत ट्रेन अब बिहार में भी दस्तक देने वाली है. केंद्रीय बजट घोषणा के अनुसार बिहार की राजधानी पटना और झारखंड की राजधानी रांची को वंदे भारत एक्सप्रेस से जोड़ा जाएगा. अगर ट्रेन शुरू हो जाती है तो दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय घटकर महज 4 घंटे रह जाएगा.
इसके अलावा इस साल अप्रैल से पटना-हावड़ा, पटना-रांची और वाराणसी-हावड़ा वाया गया रूट पर 3 न्यू वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की जाएंगी. इसके लिए पटना से हावड़ा रूट पर रेलवे ट्रैक को और मजबूत किया जाएगा ताकि यह हाई-स्पीड ट्रेनों को चलाने के लिए उपयुक्त हो. यूपी के वाराणसी से हावड़ा जाने वाली वंदे भारत ट्रेन गया के रास्ते चलेगी.
राज्य में बनेंगे 87 विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन
अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत राज्य के 87 स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास स्टेशन के तौर पर रिडेवलप करने की प्लानिंग है. इन स्टेशनों में पटना, दानापुर, राजगीर और जहानाबाद शामिल हैं. पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों ने पहले कहा था कि बजट में से 296 करोड़ रुपये गया को, 442 करोड़ रुपये मुजफ्फरपुर को, 221 करोड़ रुपये मोतिहारी को और 262 करोड़ रुपये सीतामढ़ी को स्टेशनों और अन्य परियोजनाओं के नवीनीकरण के लिए प्रदान किए जाएंगे. नई लाइनों के अलावा, जयनगर-दरभंगा-नरकटियागंज और मानसी-सहरसा-मधेपुरा-पूर्णिया सहित अन्य मार्गों पर निर्माण कार्य किए जा रहे हैं.