शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

Trade War: ट्रंप ने भारत को दी 24 घंटों में भारी टैरिफ लगाने की धमकी, जानें कौन सा मुद्दा बन रहा कारण

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Washington DC News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के खिलाफ व्यापार युद्ध को और तेज करने की चेतावनी दी है। उन्होंने भारत पर भारी टैरिफ लगाने की बात कही, जो अगले 24 घंटों में लागू हो सकता है। ट्रंप का दावा है कि भारत रूस से तेल खरीदकर यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद कर रहा है। यह बयान भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव को और बढ़ा सकता है।

ट्रंप का भारत पर गंभीर आरोप

ट्रंप ने CNBC को दिए बयान में कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक टैरिफ लगाने वाला देश है। उन्होंने पहले भारत पर 25% टैरिफ लगाया था, लेकिन अब इसे और बढ़ाने की योजना है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि भारत रूस से तेल खरीदकर वैश्विक बाजार में मुनाफा कमा रहा है। उनके अनुसार, यह रूसी युद्ध मशीन को बढ़ावा देता है, जिससे व्यापार युद्ध की स्थिति और गंभीर हो सकती है।

सोशल मीडिया पर ट्रंप की तीखी टिप्पणी

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर भारत पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा कि भारत रूस से भारी मात्रा में तेल खरीद रहा है और इसे वैश्विक बाजार में बेचकर मुनाफा कमा रहा है। ट्रंप ने दावा किया कि भारत को यूक्रेन में होने वाली मौतों की कोई परवाह नहीं है। इस कारण वे भारत पर टैक्स बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, जिससे व्यापार युद्ध और तेज हो सकता है।

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भारत का जवाब: दोहरा रवैया उजागर

भारत सरकार ने ट्रंप के आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक करार दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने रूसी तेल खरीदा ताकि वैश्विक ऊर्जा बाजार स्थिर रहे। मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका ने भी भारत को रूसी तेल खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया था। इस दौरान व्यापार युद्ध की आड़ में भारत को निशाना बनाना अनुचित है। भारत ने अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा का संकल्प दोहराया।

अमेरिका और EU का रूस के साथ व्यापार

विदेश मंत्रालय ने अमेरिका और यूरोपीय देशों के दोहरे रवैये को उजागर किया। 2024 में EU ने रूस से €67.5 अरब का व्यापार किया, जिसमें €17.2 अरब की सर्विस ट्रेड शामिल थी। EU ने 16.5 मिलियन टन रूसी LNG भी खरीदा। वहीं, अमेरिका ने रूसी यूरेनियम, पैलेडियम और उर्वरक आयात किए। ऐसे में केवल भारत को व्यापार युद्ध की धमकी देना पक्षपातपूर्ण है। भारत ने इसे अनुचित करार दिया।

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भारत की स्थिति मजबूत

भारत ने स्पष्ट किया कि वह एक बड़ी अर्थव्यवस्था है और अपने हितों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। सरकार ने कहा कि रूसी तेल की खरीद वैश्विक ऊर्जा बाजार को स्थिर करने के लिए थी। ट्रंप के बयानों से भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव बढ़ सकता है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी इस मुद्दे को उठाने की बात कही है, ताकि व्यापार युद्ध के प्रभाव को कम किया जा सके।

भविष्य की चुनौतियां

ट्रंप के नए टैरिफ की धमकी से भारत-अमेरिका व्यापारिक रिश्तों पर असर पड़ सकता है। भारत ने पहले ही वैश्विक मंचों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है। रूस से तेल खरीद को लेकर भारत का रुख व्यावहारिक रहा है। ट्रंप के बयानों के बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक बातचीत तेज होने की संभावना है। भारत ने कहा कि वह अपने हितों की रक्षा के लिए दृढ़ है और व्यापार युद्ध से निपटने को तैयार है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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