शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

थुनाग बाढ़: कोर्ट परिसर में मलबे ने मचाई तबाही, वकीलों का हुआ लाखों का नुकसान, जानें क्या बोले बार एसोसिएशन अध्यक्ष

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Himachal News: थुनाग में 30 जून को आई भीषण बाढ़ ने सराज कोर्ट परिसर को मलबे के ढेर में बदल दिया। छह फीट कीचड़ और गाद ने बार रूम और जज चैंबर को तबाह कर दिया। बार एसोसिएशन सराज के बार रूम में लकड़ियों ने दीवारें तोड़ दीं। लाइब्रेरी की किताबें, फर्नीचर और रिकॉर्ड बह गए। वकीलों को लाखों का नुकसान हुआ। इस थुनाग बाढ़ ने कई जिंदगियां प्रभावित कीं।

बार रूम और कार्यालयों की बर्बादी

बाढ़ के मलबे ने सराज कोर्ट के बार रूम को पूरी तरह नष्ट कर दिया। लकड़ियों और गाद ने दीवारें तोड़ दीं, जिससे टीवी, फर्नीचर और महत्वपूर्ण रिकॉर्ड सैलाब में बह गए। हुकुम सिंह ठाकुर, कुलदीप ठाकुर और अन्य वकीलों के निजी कार्यालय भी तबाह हो गए। उनकी फाइलें और दस्तावेज नष्ट होने से वकीलों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। बार रूम की क्षति छह से सात लाख रुपये आंकी गई है।

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वकीलों का दर्द और नुकसान

वकीलों ने अपनी मेहनत से बनाए कार्यालय खो दिए। हेम सिंह ठाकुर ने बताया कि बार एसोसिएशन को भारी नुकसान हुआ। नरेश ठाकुर और महेंद्र कुमार जैसे अधिवक्ताओं की फाइलें बह गईं, जिससे उनके मुकदमों पर असर पड़ा। टाइपिस्ट विशन देव के कंप्यूटर और फोटोस्टेट मशीनें भी सैलाब में बह गईं। इस थुनाग बाढ़ ने वकीलों के सामने आजीविका का संकट खड़ा कर दिया।

कोर्ट की गतिविधियां ठप

मानसून के कारण जुलाई और अगस्त में सर्किट कोर्ट नहीं लगेगा। बाढ़ ने कोर्ट परिसर को इतना नुकसान पहुंचाया कि सामान्य कामकाज असंभव हो गया। जज चैंबर और बार रूम की मरम्मत में समय लगेगा। वकीलों का कहना है कि रिकॉर्ड के नष्ट होने से कई मुकदमों की प्रक्रिया प्रभावित होगी। प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है, लेकिन राहत का इंतजार है।

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मलबे ने बदला परिसर का नजारा

थुनाग बाढ़ ने कोर्ट परिसर को कीचड़ और मलबे से भर दिया। लकड़ियां और पत्थर दीवारों को भेदते हुए अंदर घुस गए। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हेम सिंह ठाकुर ने बताया कि लाइब्रेरी की किताबें और फर्नीचर पूरी तरह बर्बाद हो गए। वकीलों के निजी कार्यालयों में रखे दस्तावेज भी नष्ट हो गए। इस तबाही ने कोर्ट की दिनचर्या को पूरी तरह ठप कर दिया।

राहत और पुनर्वास की चुनौती

प्रशासन ने नुकसान का आकलन शुरू किया है, लेकिन वकीलों को तत्काल राहत की जरूरत है। बार एसोसिएशन ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। बाढ़ ने न केवल कोर्ट परिसर, बल्कि आसपास के दुकानों और घरों को भी तबाह किया। स्थानीय लोग इस आपदा से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मलबे ने उनकी उम्मीदों पर भारी चोट पहुंचाई है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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