शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

शिमला से लापता तीन छात्र कोटखाई से बरामद, पुलिस ने एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

Share

Himachal News: शिमला के बोर्डिंग स्कूल से मालरोड घूमने गए तीन छात्र लापता हो गए। पुलिस ने कोटखाई के कोकूनाला से उन्हें बरामद किया। शनिवार को 100 छात्र सैर पर निकले थे। तीन छात्र वापस नहीं लौटे। पुलिस ने एक गाड़ी ट्रेस की। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया। बच्चों से पूछताछ होगी। एक छात्र पंजाब के शिक्षा मंत्री के रिश्तेदार का बेटा है।

लापता छात्रों की खोज

शनिवार को स्कूल में अवकाश था। करीब 100 छात्र दोपहर 12 बजे मालरोड घूमने गए। तीन छात्र वापस नहीं लौटे। ये 11 साल के छठी कक्षा के छात्र हैं। कुल्लू, मोहाली और करनाल के रहने वाले हैं। स्कूल ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कई टीमें बनाईं। कोटखाई के कोकूनाला में बच्चों को ढूंढ लिया गया। उनकी बरामदगी से पुलिस ने राहत की सांस ली।

यह भी पढ़ें:  हिमाचल प्रदेश सरकार: बल्क ड्रग पार्क परियोजना को मिल चुकी है पर्यावरणीय मंजूरी, शिक्षा और स्वास्थ्य में होंगे बड़े बदलाव

पुलिस की कार्रवाई और हिरासत

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। कई टीमें बनाकर तलाश शुरू की। एक डी.एल. नंबर की गाड़ी ट्रेस की गई। गाड़ी के मालिक को हिरासत में लिया गया। उससे पूछताछ हो रही है। बच्चों के पास मोबाइल नहीं था। इससे लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल था। फिर भी पुलिस ने सफलता पाई। हिरासत में लिए व्यक्ति से घटना का कारण पता लगाया जाएगा।

फिरौती का अंदेशा और जांच

परिवारों को एक अमेरिकी नंबर से कॉल आया। फिरौती की आशंका जताई गई। पुलिस के पास ऐसी कोई पुष्ट सूचना नहीं थी। बच्चों से पूछताछ होगी। वे कोटखाई कैसे पहुंचे, यह जांच का विषय है। क्या कोई उन्हें ले गया? या वे खुद गए? पुलिस वास्तविकता का पता लगाएगी। एक बच्चा पंजाब के शिक्षा मंत्री के चचेरे भाई का बेटा है।

यह भी पढ़ें:  Himachal News: चीन में हिमाचल की 3 बेटियों ने दिखाया दम, अंडर-15 वर्ल्ड वॉलीबॉल में भारत का किया नेतृत्व

बच्चों की स्थिति और स्कूल की भूमिका

तीनों बच्चे सुरक्षित हैं। उनकी सेहत ठीक है। स्कूल प्रशासन ने परिवारों को सूचना दी। बच्चों को स्कूल वापस लाया गया। स्कूल ने पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया। यह घटना शिमला में पहली बार हुई। इससे स्कूलों में सुरक्षा पर सवाल उठे। पुलिस बच्चों से सौम्यता से पूछताछ करेगी। यह जानने की कोशिश होगी कि घटना कैसे हुई।

पुलिस की चुनौतियां और सफलता

पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी। बच्चों के पास मोबाइल नहीं था। लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो गया। फिर भी पुलिस ने हार नहीं मानी। कई क्षेत्रों में टीमें भेजीं। कोटखाई में बच्चों को ढूंढ लिया। एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। यह पुलिस की मेहनत का नतीजा है। शिमला में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News