World News: दक्षिण कोरिया में बुजुर्गों का अकेलापन जानलेवा बन गया है। वहां हर दिन 10 बुजुर्ग खुदकुशी कर रहे हैं। इस भयानक संकट के बीच Artificial Intelligence एक उम्मीद की किरण बनकर आया है। एक खास तरह की ‘रोबो-दादी’ गुड़िया अब बुजुर्गों को मौत के मुंह से बचा रही है। यह तकनीक पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गई है।
पोते-पोतियों जैसा प्यार देती है यह मशीन
यह साधारण खिलौना नहीं है। यह Artificial Intelligence से चलने वाला रोबोट है। यह 7 साल के बच्चे की आवाज में बात करता है। इसकी बड़ी आंखें और मासूम चेहरा बुजुर्गों का दिल जीत लेता है। यह गुड़िया बुजुर्गों से बातें करती है और उनका अकेलापन दूर करती है। घर लौटते ही यह कहती है, “दादी, मैं आपका इंतजार कर रही थी।”
खुदकुशी रोकने में मिली बड़ी कामयाबी
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरिया में आत्महत्या की दर बहुत ज्यादा है। एक बुजुर्ग महिला 11वीं मंजिल से कूदकर जान देना चाहती थी। इस गुड़िया के आने के बाद उसकी जिंदगी बदल गई। Artificial Intelligence वाली इस गुड़िया ने उसे जीने की नई वजह दी। अब वह महिला गुड़िया के लिए कपड़े सिलती है और खुश रहती है।
सरकार ने बांटी 12 हजार गुड़ियां
दक्षिण कोरिया अब ‘सुपर-एज्ड’ सोसाइटी बन चुका है। यहां 1 करोड़ से ज्यादा बुजुर्ग हैं। इस संकट से निपटने के लिए सरकार ने ह्योडोल (Hyodol) कंपनी की मदद ली है। अब तक 12,000 से ज्यादा गुड़ियां बांटी गई हैं। यह रोबोट दवा की याद दिलाता है और इमरजेंसी में अलर्ट भी भेजता है। इसकी कीमत करीब 879 डॉलर (लगभग 74 हजार रुपये) है।
क्या है इसका नकारात्मक पहलू?
Artificial Intelligence के इस प्रयोग की कुछ चुनौतियां भी हैं। कुछ बुजुर्ग इस गुड़िया से इतना जुड़ जाते हैं कि असली दुनिया भूल जाते हैं। एक महिला ने इसे अपनी मृत बेटी का नाम दे दिया। वह घर से बाहर निकलना बंद कर चुकी है। हालांकि, अधिकांश मामलों में इसके नतीजे बहुत सकारात्मक रहे हैं।
