शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

1 दिसंबर से ये नए नियम: LPG सिलेंडर से लेकर पेंशन तक, आम आदमी की जेब पर पड़ेगा सीधा असर

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National News: दिसंबर महीने की शुरुआत देश भर में कई बड़े वित्तीय और प्रशासनिक बदलावों के साथ हुई है। इन नए नियमों का सीधा असर आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी और उनकी जेब पर देखने को मिलेगा। ये परिवर्तन घर की रसोई के बजट से लेकर पेंशनभोगियों तक, हर किसी को प्रभावित करेंगे। आइए जानते हैं कि 1 दिसंबर से किन चीजों में क्या बदलाव हुए हैं।

तेल मार्केटिंग कंपनियों ने हर महीने की पहली तारीख की तरह इस बार भी एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में संशोधन किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में कमी देखने को मिली है। हालांकि, अब तक की गई घोषणाओं के अनुसार, घरेलू उपयोग वाले 14 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। इन कीमतों में बदलाव का सीधा असर घर के रसोई बजट पर पड़ता है।

हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए भी आज का दिन महत्वपूर्ण है। ऑयल कंपनियों ने एक दिसंबर से एविएशन टर्बाइन फ्यूल यानी एटीएफ के नए दाम जारी किए हैं। एटीएफ की कीमतों में होने वाला यह बदलाव एयरलाइनों के परिचालन खर्च को प्रभावित करता है। इसका असर यात्रियों पर हवाई टिकटों की कीमतों के माध्यम से पड़ सकता है, खासकर यात्रा के व्यस्त मौसम के दौरान।

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सरकारी कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस में शामिल होने का अवसर एक दिसंबर से बंद हो गया है। इसकी अंतिम तिथि 30 नवंबर थी। कर्मचारियों को एनपीएस और यूपीएस में से एक विकल्प चुनना था। अब यह तारीख न बढ़ाए जाने की स्थिति में कर्मचारियों के पास यह मौका नहीं रह गया है। इसलिए समय रहते इसका लाभ उठाना जरूरी था।

पेंशन प्राप्त करने वाले सीनियर सिटीजन के लिए भी एक दिसंबर एक अहम तारीख है। पेंशन को निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करने की अंतिम तारीख 30 नवंबर थी। अगर यह तारीख आगे नहीं बढ़ाई गई है और किसी पेंशनभोगी ने अभी तक यह प्रमाण पत्र जमा नहीं किया है, तो उसकी पेंशन रुकने का खतरा बन गया है। इससे बचने के लिए तुरंत आवश्यक कार्रवाई लेना आवश्यक है।

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आयकर दाताओं के लिए कुछ जरूरी कर-संबंधी अनुपालन की अंतिम तिथि भी 30 नवंबर थी। इनमें अक्टूबर माह में कटे टीडीएस का विवरण देना शामिल है। यह विवरण आयकर अधिनियम की धारा 194-IA, 194-IB, 194M और 194S के तहत जमा करना जरूरी था। इसके अलावा, धारा 92E के तहत रिपोर्ट दाखिल करने की समय सीमा भी समाप्त हो गई है।

दिसंबर का महीना बैंकों में लंबी छुट्टियों का महीना है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की छुट्टियों की सूची के अनुसार, इस महीने कुल 17 दिन बैंक बंद रह सकते हैं। इनमें साप्ताहिक अवकाश के अलावा दूसरे और चौथे शनिवार और कुछ स्थानीय त्योहार शामिल हैं। हालांकि, यह छुट्टियां अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकती हैं। बैंक से कोई जरूरी काम हो तो पहले छुट्टियों की सूची से जरूर देख लेना उचित रहेगा।

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