Health News: सर्दियों के मौसम में सिंघाड़ा एक लोकप्रिय फल है। यह विटामिन बी सिक्स और पोटैशियम से भरपूर होता है। अधिकतर लोग इसे कच्चा या उबालकर खाना पसंद करते हैं। पोषण विशेषज्ञ डॉक्टर शिल्पा अरोड़ा ने एक महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने सिंघाड़े को कच्चा खाने के खतरों के बारे में बताया।
डॉक्टर अरोड़ा के अनुसार कच्चे सिंघाड़े में ऑक्सलेट नामक तत्व पाया जाता है। यह किडनी में पथरी का कारण बन सकता है। इसलिए सिंघाड़े को कभी भी कच्चा नहीं खाना चाहिए। उबालकर या भूनकर खाना सुरक्षित विकल्प है।
कच्चे सिंघाड़े के स्वास्थ्य जोखिम
कच्चे सिंघाड़े में ऑक्सलेट और टैनिन जैसे एंटी न्यूट्रिएंट्स होते हैं। ऑक्सलेट किडनी स्टोन की समस्या को बढ़ावा दे सकता है। टैनिन शरीर में प्रोटीन और आयरन के अवशोषण में बाधा डालता है। इससे पोषक तत्वों का लाभ नहीं मिल पाता है।
कच्चा सिंघाड़ा पाचन तंत्र के लिए भी समस्या पैदा कर सकता है। इससे पेट दर्द और गैस की शिकायत हो सकती है। संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए विशेषज्ञ कच्चे सिंघाड़े खाने से मना करते हैं।
सिंघाड़ा खाने के सही तरीके
सिंघाड़े को हल्का उबालकर खाना सबसे अच्छा विकल्प है। भूनकर खाने से भी इसके पोषक तत्व सुरक्षित रहते हैं। कुछ लोग इसका हलवा बनाकर भी खाते हैं। यह स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है।
सिंघाड़े का अचार और अंकुरित रूप भी पौष्टिक होता है। उबालने से हानिकारक तत्व नष्ट हो जाते हैं। पोषक तत्व शरीर के लिए उपयोगी बन जाते हैं। यह पाचन के लिए भी आसान होता है।
सिंघाड़े के पोषण लाभ
सिंघाड़ा मैग्नीशियम और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद पोटैशियम हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। यह रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद करता है। वजन घटाने के लिए भी यह उपयोगी है।
सिंघाड़े में मौजूद फाइबर भूख को नियंत्रित करता है। इससे अनहेल्दी खाने की इच्छा कम होती है। एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं। यह मौसमी फल स्वास्थ्य के लिए संपूर्ण लाभ प्रदान करता है।
सर्दियों में सिंघाड़े का महत्व
सिंघाड़ा सर्दियों का सुपरफूड माना जाता है। यह शरीर को ऊर्जा और पोषण प्रदान करता है। ठंड के मौसम में यह विशेष रूप से लाभकारी होता है। इसका नियमित सेवन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
सिंघाड़े को संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिए। अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक हो सकता है। सही तरीके से तैयार करके खाने पर ही इसके लाभ मिलते हैं। यह सर्दियों का एक स्वास्थ्यवर्धक आहार है।
