Himachal News: हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में मशहूर रेसलर द ग्रेट खली (दलीप राणा) एक बड़े जमीनी विवाद में फंस गए हैं। द ग्रेट खली का आरोप है कि भू-माफिया उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। शुक्रवार को वह नाहन पहुंचे और उपायुक्त (DC) से मुलाकात की। उन्होंने प्रशासन को अपनी समस्या बताई और न्याय की मांग की। द ग्रेट खली के साथ गांव की कुछ महिलाएं और अन्य पीड़ित परिवार भी मौजूद थे।
तहसीलदार और प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप
नाहन में मीडिया से बात करते हुए द ग्रेट खली ने पांवटा साहिब के तहसीलदार ऋषभ शर्मा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्व अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। द ग्रेट खली ने कहा कि तहसीलदार और पटवारी प्रॉपर्टी डीलरों के साथ मिले हुए हैं। उनका कहना है कि अधिकारी जानबूझकर नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। इससे वहां रहने वाले परिवारों पर जमीन छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है।
पिता ने 2013 में खरीदी थी जमीन
जमीन के इतिहास के बारे में द ग्रेट खली ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके पिता ज्वाला राम ने साल 2013 में यह जमीन कानूनी रूप से खरीदी थी। इससे पहले 2005 में यह जमीन एक महिला के नाम पर रजिस्टर्ड थी। द ग्रेट खली का दावा है कि उनके पास जमीन के सभी जरूरी दस्तावेज मौजूद हैं। इसके बावजूद अधिकारी दस्तावेजों को नजरअंदाज कर रहे हैं। वह पिछले कई दशकों से इस जमीन के मालिक हैं।
दो बार हो चुकी है कब्जे की कोशिश
द ग्रेट खली ने बताया कि उनकी जमीन पर कब्जे की कोशिश पहले भी हो चुकी है।
- 20 मई 2025: पहली बार कुछ लोगों ने जबरन जमीन में घुसने की कोशिश की। तब ग्रामीणों और महिलाओं ने उन्हें खदेड़ दिया था।
- 18 जुलाई 2025: दूसरी बार फिर से आरोपियों ने जमीन हथियाने का प्रयास किया।
द ग्रेट खली का कहना है कि यह सब राजस्व विभाग की मिलीभगत से हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो ऐसे प्रयास दोबारा हो सकते हैं।
तहसीलदार ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
दूसरी ओर, तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने द ग्रेट खली के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि रेसलर खुद सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए बैठे हैं। तहसीलदार के अनुसार, द ग्रेट खली ने सूरजपुर में खाता नंबर 8 की जमीन खरीदी थी। लेकिन उन्होंने साथ लगती खाता नंबर 6 की करीब 38 बीघा जमीन पर भी कब्जा कर लिया है।
तहसीलदार ने बताया कि 23 नवंबर को वहां एक दीवार भी खड़ी कर दी गई थी। उन्होंने सलाह दी कि द ग्रेट खली को झूठे आरोप लगाने के बजाय जमीन की सरकारी पैमाइश (निशानदेही) करवानी चाहिए। इससे सच सबके सामने आ जाएगा।
